इनसो का 18 साल का सफर, राजनीति से लेकर सामाजिक कार्यों में तत्पर

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इनसो का 18 साल का सफर, राजनीति से लेकर सामाजिक कार्यों में तत्पर

इनसो का 18 साल का सफर, राजनीति से लेकर सामाजिक कार्यों में तत्पर


 युवाओं को मुख्यधारा वाली राजनीति के लिए तैयार करने का अवसर देने वाले छात्र संगठन इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (इनसो) आज 19वां स्थापना दिवस हैं। दिल्ली में देश स्तर की राजनीति को करीब से देख चुके जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं इनसो संस्थापक डॉ. अजय सिंह चौटाला जानते थे कि आने वाला भविष्य युवाओं का है और राजनीति व सरकार चलाने में युवाओं की हिस्सेदारी जरूरी है। इसी मकसद से उन्होंने 5 अगस्त, 2003 को छात्र संगठन इनसो का गठन किया। इनसो के 18 साल के सफर में इस छात्र संगठन न केवल हरियाणा की राजनीति में अपना असर दिखाया बल्कि सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हुए जनसेवा की।

इनसो गठन के साथ ही वर्ष 2003 से ही यह छात्र संगठन युवा वर्गप्रदेश-देश हित से जुड़ी तमाम गतिविधियां भाग लेता रहा। वर्ष 2013 में दिग्विजय सिंह चौटाला इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। पिता और दादा के जेल चले जाने के बाद पैदा हुए मुश्किल हालात में 23 वर्षीय दिग्विजय चौटाला ने युवाओं को चौधरी देवीलाल की विचारधारा से जोड़े रखने का मुश्किल काम अपने कंधों पर लिया और पूरे हरियाणा की यात्रा की। लगभग एक महीने चली इस यात्रा के जरिये दिग्विजय ने हरियाणा के छात्रों की समस्याओं को समझा और हजारों युवाओं को अपने साथ जोड़ा।

दिग्विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही इनसो का नाम पूरे देशभर में उस वक्त छाया जब 10 हजार इनसो कार्यकर्ताओं ने रोहतक में एक विशाल कार्यक्रम कर स्वैच्छिक अंगदान की शपथ ली और सहमति पत्र भरा। इस उपलब्धि के लिए इनसो को गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिली और सभी जगह इस सराहनीय कदम की प्रशंसा हुई। इसके बाद इनसो ने नशा मुक्तिछात्राओं का बस किराया माफीछात्र संघ चुनाव और छात्राओं की सुरक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर निरंतर अभियान चलाए। पिछले वर्ष कोरोना महामारी के कारण इनसो ने प्रदेशभर में रक्तदान शिविरसैनिटाइजेशन अभियानपौधारोपण करते हुए अपना स्थापना दिवस सामाजिक सरोकार से जोड़कर मनाया तो वहीं वर्ष 2019 के स्थापना दिवस पर इनसो ने गुजविहिसार में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम करते हुए नशे के खिलाफ बिगुल बजाया और हजारों युवाओं ने एक साथ कहा 'ना नशा करेंगे ना किसी को करने देंगे'

पिछले वर्ष जब कोरोना महामारी के चलते अस्पतालों में ब्लड बैंकों में रक्त की कमी की जानकारी छात्र संगठन इनसो को मिली तो विशेष तौर पर आह्वान कर 5000 रक्त यूनिट एक ही दिन में इकट्ठा कर अस्पतालों को दिया गया। इस पुनीत कार्य में खुद इनसो संस्थापक डॉ. अजय सिंह चौटालादिग्विजय चौटाला और विधायक भी आगे आए और रक्तदान किया। यही नहीं लगभग 15 हजार पौधे भी इनसो और युवा जेजेपी के कार्यकर्ताओं ने लगाए। इस बार इनसो का 19वां स्थापना दिवस महर्षि दयानंद विश्वविद्यालयरोहतक में छात्र हित में उनके बेहतर शिक्षारोजगार के साथ-साथ रक्तदान शिविरशहीदों के परिजनों को सम्मानित करके मनाया जा रहा है |

जननायक चौधरी देवीलाल की नीतियों तथा डॉ अजय सिंह चौटाला की प्रेरणा से बनाया गया यह छात्र संगठन इनसो जहां युवाओं को छात्र हित के साथ-साथ उन्हें सामाजिक कार्यों में जोड़ने में आगे रहता है तो वहीं युवाओं को मुख्यधारा की राजनीति के लिए भी आगे बढ़ाता है। इनसो के कड़े प्रयासों से ही प्रदेश में 23 साल बाद छात्र संघ चुनाव शुरू करवाए गए। इतना ही नहीं लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी सर्वाधिक युवाओं की भागीदारी रही। वर्ष 2019 लोकसभा और विधानसभा चुनावों में जेजेपी की ओर से ही सबसे ज्यादा युवा उतारे गए जिनमें इनसो के प्रभारी रणधीर सिंह चीका और प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप देशवाल भी शामिल थे।

हरियाणा की राजनीति के जानकारों का मानना है कि जननायक जनता पार्टी की लोगों के बीच में लोकप्रियता और गठन के पहले ही साल में उल्लेखनीय कामयाबी हासिल कर दुष्यंत चौटाला को उपमुख्यमंत्री बनवाने में पार्टी की युवा टीम और छात्र इकाई का महत्वपूर्ण योगदान है। इनसो दुष्यंत से लाल किले पर झंडा फहरवाने यानी उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने का आह्वान अपने साथियों से कर चुकी है। ये अब राजनीतिक टीकाकारों की नज़र में है कि युवाओं की यह फौज देश की राजनीति में अपना बड़ा दखल कब दिखाएगी।

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