जगदीप धनखड़ (उपराष्ट्रपति) को हटवाने के लिए विपक्ष के 87 सांसदों ने किए हस्ताक्षर
राज्यसभा के सभापति और विपक्षी सदस्यों के बीच अनबन 10 अगस्त को टकराव में बदल गई। अब हालत ऐसे हो गए कि विपक्षी दलों ने सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने के लिए प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली है। प्रस्ताव औपचारिक रूप से आता है तो संसदीय इतिहास में पहली बार होगा कि उपराष्ट्रपति को हटाने की पहल विपक्ष कर रहा होगा।
सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा में सपा सांसद जया अमिताभ बच्चन और जगदीप धनखड़ के बीच हुई बहस के बाद माहौल बिगड़ गया। राज्यसभा के 87 सदस्यों ने आनन-फानन में उपराष्ट्रपति को हटाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए।
कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य के मुताबिक, ‘प्रस्ताव पर कांग्रेस के 4-5 सदस्यों के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। I.N.D.I.A ब्लॉक के राज्यसभा में 87 सदस्य हैं। संभव है कि बाहर के सदस्यों ने भी हस्ताक्षर किए हैं।’
संसद में राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सपा सांसद जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ की टोन पर आपत्ति जताई। धनखड़ ने सपा सांसद को जया अमिताभ बच्चन कहकर संबोधित किया था।
इस पर जया बच्चन ने कहा कि मैं कलाकार हूं और बॉडी लैंग्वेज समझती हूं। एक्सप्रेशन समझती हूं। मुझे माफ कीजिए, लेकिन आपके बोलने का टोन मुझे स्वीकार नहीं है।
जया की इस बात से सभापति धनखड़ नाराज हो गए। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- आप अपनी सीट पर बैठ जाइए। आप जानती हैं कि एक एक्टर को डायरेक्टर कंट्रोल करता है। मैं हर दिन अपनी बात दोहराना नहीं चाहता। हर दिन मैं स्कूली शिक्षा नहीं देना चाहता।
सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा में सपा सांसद जया अमिताभ बच्चन और जगदीप धनखड़ के बीच हुई बहस के बाद माहौल बिगड़ गया। राज्यसभा के 87 सदस्यों ने आनन-फानन में उपराष्ट्रपति को हटाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए।
कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य के मुताबिक, ‘प्रस्ताव पर कांग्रेस के 4-5 सदस्यों के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। I.N.D.I.A ब्लॉक के राज्यसभा में 87 सदस्य हैं। संभव है कि बाहर के सदस्यों ने भी हस्ताक्षर किए हैं।’
संसद में राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सपा सांसद जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ की टोन पर आपत्ति जताई। धनखड़ ने सपा सांसद को जया अमिताभ बच्चन कहकर संबोधित किया था।
इस पर जया बच्चन ने कहा कि मैं कलाकार हूं और बॉडी लैंग्वेज समझती हूं। एक्सप्रेशन समझती हूं। मुझे माफ कीजिए, लेकिन आपके बोलने का टोन मुझे स्वीकार नहीं है।
जया की इस बात से सभापति धनखड़ नाराज हो गए। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- आप अपनी सीट पर बैठ जाइए। आप जानती हैं कि एक एक्टर को डायरेक्टर कंट्रोल करता है। मैं हर दिन अपनी बात दोहराना नहीं चाहता। हर दिन मैं स्कूली शिक्षा नहीं देना चाहता।