फतेहाबाद : किसानो ने किया देवेंद्र बबली को 11 लाख का चेक लौटाने का एलान
हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह बबली की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। गांवों में लगातार हो रहे विरोध के बीच अब गांव नड़ैल के किसानों ने बबली द्वारा गुरुघर को दिए गए 11 लाख रुपए की राशि का चेक उन्हें वापस लौटाने का ऐलान कर दिया है।
इसके लिए बाकायदा बबली के नाम 11 लाख रुपए का चेक काट भी दिया है। साथ ही कहा गया है कि या तो बबली की टीम यह चेक ले जाए, या फिर बबली के समर्थक किसानों के बीच पहुंचकर उनसे माफी मांगें। मामले ने बीते दिन गांव में हुए विरोध के बाद तूल पकड़ा है।
गांव नड़ैल में हुई भारतीय किसान यूनियन की बैठक में राज्य सचिव अजय सिधानी व जाखल प्रधान रणजीत सिंह ने बताया कि लगातार गांवों में किसानों द्वारा बबली का विरोध किया जा रहा है। बीते दिन नड़ैल में भी इसी प्रकार विरोध किया गया था। उन्होंने बताया कि इससे बबली के वर्कर नाराज हो गए और किसानों के खिलाफ बोलने लगे।
उनका कहना है कि बबली समर्थक लोगों ने गांव के गुरुद्वारा साहिब से अनाउंसमैंट भी करवाने का प्रयास किया कि जो किसान गांव से बाहर के हैं, वो अपनी जान माल के नुकसान का खुद जिम्मेदार होगा। इसका पता चलने पर गांव में भाईचारा बनाए रखने के लिए किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने यह अनाउंसमैंट नहीं होने दी।
किसानों का आरोप है कि इससे नाराज बबली समर्थकों ने यह शर्त रख दी कि यूनियन के नेता माफी मांगे या फिर बबली द्वारा गुरुद्वारा साहिब मैनेजमेंट कमेटी को दिए गए 11 लाख रुपए वापस दे। इसके बाद अब किसान संगठन ने मीटिंग कर ऐलान किया कि वे झुकेंगे नहीं और बबली को उनके रुपए वापस लौटाएंगे। किसानों ने 11 लाख रुपए का चेक काट भी दिया। साथ ही कहा गया कि बबली के वर्कर या तो माफी मांगें या फिर बबली यह चेक ले जाएं।
इसके लिए बाकायदा बबली के नाम 11 लाख रुपए का चेक काट भी दिया है। साथ ही कहा गया है कि या तो बबली की टीम यह चेक ले जाए, या फिर बबली के समर्थक किसानों के बीच पहुंचकर उनसे माफी मांगें। मामले ने बीते दिन गांव में हुए विरोध के बाद तूल पकड़ा है।
गांव नड़ैल में हुई भारतीय किसान यूनियन की बैठक में राज्य सचिव अजय सिधानी व जाखल प्रधान रणजीत सिंह ने बताया कि लगातार गांवों में किसानों द्वारा बबली का विरोध किया जा रहा है। बीते दिन नड़ैल में भी इसी प्रकार विरोध किया गया था। उन्होंने बताया कि इससे बबली के वर्कर नाराज हो गए और किसानों के खिलाफ बोलने लगे।
उनका कहना है कि बबली समर्थक लोगों ने गांव के गुरुद्वारा साहिब से अनाउंसमैंट भी करवाने का प्रयास किया कि जो किसान गांव से बाहर के हैं, वो अपनी जान माल के नुकसान का खुद जिम्मेदार होगा। इसका पता चलने पर गांव में भाईचारा बनाए रखने के लिए किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने यह अनाउंसमैंट नहीं होने दी।
किसानों का आरोप है कि इससे नाराज बबली समर्थकों ने यह शर्त रख दी कि यूनियन के नेता माफी मांगे या फिर बबली द्वारा गुरुद्वारा साहिब मैनेजमेंट कमेटी को दिए गए 11 लाख रुपए वापस दे। इसके बाद अब किसान संगठन ने मीटिंग कर ऐलान किया कि वे झुकेंगे नहीं और बबली को उनके रुपए वापस लौटाएंगे। किसानों ने 11 लाख रुपए का चेक काट भी दिया। साथ ही कहा गया कि बबली के वर्कर या तो माफी मांगें या फिर बबली यह चेक ले जाएं।