गुरुग्राम : बैंक का डिप्टी मैनेजर गिरफ्तार , साइबर ठगी में करता था मदद
गुरुग्राम जिले में पुलिस ने साइबर ठगी में संलिप्त ICICI बैंक के डिप्टी मैनेजर को गिरफ्तार किया है। आरोपी स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने के मामले में ठगों को बैंक खाता मुहैया कराता था।
आरोपी की पहचान आकाशदीप के नाम से हुई, जो बैंक में साल 2022 से काम कर रहा है। पुलिस अब तक अलग-अलग साइबर ठगी के मामलों में 18 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
साइबर क्राइम मानेसर थाना पुलिस को एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि उसे अच्छे रिटर्न का प्रलोभन दिया गया। ऐप के माध्यम से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम पर उससे करीब 25 लाख 50 हजार रुपए की ठगी कर ली गई।
पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। मामले में एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के निर्देशानुसार कार्य करते हुए साइबर क्राइम मानेसर प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार की टीम ने सोमवार को एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
जिसकी पहचान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब निवासी आकाशदीप सिंह के रूप में हुई। पुलिस इस केस में दो आरोपियों फतेहगढ़ साहिब के ही हरप्रीत सिंह व पटियाला के देवेंद्र सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी आकाशदीप व हरप्रीत ICICI बैंक में कर्मचारी थे। आकाशदीप व हरप्रीत ने आरोपी देवेन्द्र का बैंक खाता खुलवाकर साइबर ठगों को उपलब्ध करवाया था। जिसके बदले देवेन्द्र को 10 हजार रुपए, हरप्रीत को 20 हजार रुपए मिले थे।
आरोपी की पहचान आकाशदीप के नाम से हुई, जो बैंक में साल 2022 से काम कर रहा है। पुलिस अब तक अलग-अलग साइबर ठगी के मामलों में 18 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
साइबर क्राइम मानेसर थाना पुलिस को एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि उसे अच्छे रिटर्न का प्रलोभन दिया गया। ऐप के माध्यम से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम पर उससे करीब 25 लाख 50 हजार रुपए की ठगी कर ली गई।
पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। मामले में एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के निर्देशानुसार कार्य करते हुए साइबर क्राइम मानेसर प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार की टीम ने सोमवार को एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
जिसकी पहचान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब निवासी आकाशदीप सिंह के रूप में हुई। पुलिस इस केस में दो आरोपियों फतेहगढ़ साहिब के ही हरप्रीत सिंह व पटियाला के देवेंद्र सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी आकाशदीप व हरप्रीत ICICI बैंक में कर्मचारी थे। आकाशदीप व हरप्रीत ने आरोपी देवेन्द्र का बैंक खाता खुलवाकर साइबर ठगों को उपलब्ध करवाया था। जिसके बदले देवेन्द्र को 10 हजार रुपए, हरप्रीत को 20 हजार रुपए मिले थे।