करनाल : फर्जी CBI ऑफिसर बनकर ठगे 4.91 लाख रूपये
हरियाणा में करनाल की एक महिला ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो गई। अज्ञात कॉलर ने खुद को CBI अधिकारी बताकर 4 लाख 91 हजार रुपए की ठगी की। आरोपी ने महिला को आधार कार्ड के दुरुपयोग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसाने का डर दिखाया। महिला इतनी घबरा और उसने आरोपी के कहने पर RTGS के जरिए मोटी रकम ट्रांसफर कर दी। जब तक फ्रॉड का खुलासा हुआ, तब तक देर हो चुकी थी।
पीड़िता ने अपने घर वालो को पूरी घटना बताई। जिसके बाद परिवार ने साइबर सैल करनाल में शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
करनाल में हांसी रोड निवासी चारु को 10 सितंबर को एक कॉल आई। जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को ट्राय़ अधिकारी बताया। अधिकारी का नाम राहुल तिवारी था। उसने चारु को बताया कि उनके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल कर उनके नाम पर एक मोबाइल नंबर जारी हुआ है, जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसा हुआ है। इसके खिलाफ नेहरू पैलेस थाना दिल्ली में मुकदमा दर्ज है।
पीड़िता ने बताया है कि 12 सितंबर को आरोपी ने दोबारा कॉल कर एसबीआई बैंक के खाते में 4.91 लाख रुपए आरटीजीएस करने के लिए कहा। यह भी बताया कि यह रकम कोर्ट में जमा होगी, जिसके बाद जांच पूरी होने पर रकम वापस मिल जाएगी। आरोपी ने उसको धमकी भी दी कि अगर उन्होंने किसी को इसके बारे में बताया तो उनके परिवार को खतरा हो सकता है और उन्हें तीन महीने की गैर-जमानती जेल हो सकती है।
जिसके बाद वह घबरा गई और उसने 4.91 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जब उसे पता चला कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है, तो साइबर सैल में उसने मामले की शिकायत की। जांच अधिकारी रामफूल ने बताया कि चारू की शिकायत के आधार पर ऑनलाइन फ्रॉड का मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
पीड़िता ने अपने घर वालो को पूरी घटना बताई। जिसके बाद परिवार ने साइबर सैल करनाल में शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
करनाल में हांसी रोड निवासी चारु को 10 सितंबर को एक कॉल आई। जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को ट्राय़ अधिकारी बताया। अधिकारी का नाम राहुल तिवारी था। उसने चारु को बताया कि उनके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल कर उनके नाम पर एक मोबाइल नंबर जारी हुआ है, जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसा हुआ है। इसके खिलाफ नेहरू पैलेस थाना दिल्ली में मुकदमा दर्ज है।
पीड़िता ने बताया है कि 12 सितंबर को आरोपी ने दोबारा कॉल कर एसबीआई बैंक के खाते में 4.91 लाख रुपए आरटीजीएस करने के लिए कहा। यह भी बताया कि यह रकम कोर्ट में जमा होगी, जिसके बाद जांच पूरी होने पर रकम वापस मिल जाएगी। आरोपी ने उसको धमकी भी दी कि अगर उन्होंने किसी को इसके बारे में बताया तो उनके परिवार को खतरा हो सकता है और उन्हें तीन महीने की गैर-जमानती जेल हो सकती है।
जिसके बाद वह घबरा गई और उसने 4.91 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जब उसे पता चला कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है, तो साइबर सैल में उसने मामले की शिकायत की। जांच अधिकारी रामफूल ने बताया कि चारू की शिकायत के आधार पर ऑनलाइन फ्रॉड का मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।