पानीपत : दो युवको को विदेश भेजने के नाम पर 12 लाख की ठगी , विदेश में बनाया बंधक
हरियाणा के पानीपत शहर में रहने वाले 2 युवकों के साथ विदेश भेजने के नाम पर 12 लाख की ठगी कर ली। आरोपियों में पुलिसकर्मी भी शामिल है। दोनों युवकों को विदेश भेजने के बाद वहां उन्हें एक माह तक कमरे में बंदी बनाकर रखा गया । उनके साथ मारपीट की जाती थी। दबाव बनाकर रुपए मंगवा लिए।
वहां की पुलिस की मदद से दोनों किसी तरह भारत वापस लौटे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने आपबीती पुलिस को बताई। पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की, जिसके बाद उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई गई। उच्च अधिकारियों के आदेशों पर मामले की जांच करते हुए पुलिस ने अब केस दर्ज किया है।
साहिल शर्मा ने बताया कि वह गोहाना रोड का रहने वाला है। उसने बताया कि डायल 112 में कार्यरत अमित, इसके भाई अशोक, कचहेरी में ट्राइपिस्ट चांद उर्फ चांदी और रोहतक निवासी विकास ने उसके साथ विदेश भेजने के नाम पर ठगी की है। सभी युवाओं को विदेश भेजने का काम करते है।
उसने विदेश भेजने के नाम पर 20 लाख रुपए की मांग की। जिनकी बात 12 लाख रुपए में तय हुई। 10-11 अगस्त को आरोपियों ने उनसे रुपए ले लिए। 13 सितंबर को अमित को उसके और उसके भाई दीपक के पास फोन आया। उन्हें बताया गया कि उन्हें कल एयरपोर्ट पहुंचना है, सारा काम हो गया है। पासपोर्ट-वीजा-टिकट सब एयरपोर्ट पर ही मिल जाएंगे।
14 सितंबर को वे दोनों एयरपोर्ट पहुंचे। जहां उन्हें रूस का वीजा थमा दिया। आरोपियों ने बात की तो उन्होंने कहा कि रूस पहुंचने पर फ्रांस का वीजा मिल जाएगा। बेला रूस भेजने के बाद वहां उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। जहां उनके साथ खूब मारपीट की गई। उनके मोबाइल फोन भी छीन लिए।
उन्हें बेहोश होने तक पीटते रहे। होश आने के बाद दबाव डालकर उनसे और रुपए मंगवाए गए। एक माह तक दोनों कमरे में बंद रहे। किसी तरह वहां से वे निकल कर स्थानीय पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने कहा कि 300 यूरो मंगवा लो, वे उन्हें भारत भिजवा देंगे। 10 नवंबर को वे किसी तरह भारत वापस पहुंचे। यहां उन्होंने परिजनों को आपबीती बताई। साथ ही पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने सुनवाई नहीं की, तो उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई गई। उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
वहां की पुलिस की मदद से दोनों किसी तरह भारत वापस लौटे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने आपबीती पुलिस को बताई। पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की, जिसके बाद उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई गई। उच्च अधिकारियों के आदेशों पर मामले की जांच करते हुए पुलिस ने अब केस दर्ज किया है।
साहिल शर्मा ने बताया कि वह गोहाना रोड का रहने वाला है। उसने बताया कि डायल 112 में कार्यरत अमित, इसके भाई अशोक, कचहेरी में ट्राइपिस्ट चांद उर्फ चांदी और रोहतक निवासी विकास ने उसके साथ विदेश भेजने के नाम पर ठगी की है। सभी युवाओं को विदेश भेजने का काम करते है।
उसने विदेश भेजने के नाम पर 20 लाख रुपए की मांग की। जिनकी बात 12 लाख रुपए में तय हुई। 10-11 अगस्त को आरोपियों ने उनसे रुपए ले लिए। 13 सितंबर को अमित को उसके और उसके भाई दीपक के पास फोन आया। उन्हें बताया गया कि उन्हें कल एयरपोर्ट पहुंचना है, सारा काम हो गया है। पासपोर्ट-वीजा-टिकट सब एयरपोर्ट पर ही मिल जाएंगे।
14 सितंबर को वे दोनों एयरपोर्ट पहुंचे। जहां उन्हें रूस का वीजा थमा दिया। आरोपियों ने बात की तो उन्होंने कहा कि रूस पहुंचने पर फ्रांस का वीजा मिल जाएगा। बेला रूस भेजने के बाद वहां उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। जहां उनके साथ खूब मारपीट की गई। उनके मोबाइल फोन भी छीन लिए।
उन्हें बेहोश होने तक पीटते रहे। होश आने के बाद दबाव डालकर उनसे और रुपए मंगवाए गए। एक माह तक दोनों कमरे में बंद रहे। किसी तरह वहां से वे निकल कर स्थानीय पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने कहा कि 300 यूरो मंगवा लो, वे उन्हें भारत भिजवा देंगे। 10 नवंबर को वे किसी तरह भारत वापस पहुंचे। यहां उन्होंने परिजनों को आपबीती बताई। साथ ही पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने सुनवाई नहीं की, तो उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई गई। उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।