Haryana School Closed: हरियाणा के इन जिलों में स्कूल बंद, बाकी जिलों में रात तक आएगा अपडेट
*किस एरिया में स्कूल बंद किए जाने हैं, इस पर भी डीसी फैसला ले सकते हैं।*
*हरियाणा में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए गुरुग्राम, फरीदाबाद और झज्जर में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। यह आदेश नर्सरी से लेकर प्राइमरी तक के स्कूलों पर लागू होंगे*
*गुरुग्राम के DC निशांत यादव ने कहा कि यह आदेश कल से सभी प्री स्कूल, प्री प्राइमरी और प्राइमरी स्कूलों पर लागू होंगे।*
वहीं फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि पहली से 5वीं क्लास के बच्चों की 12 नवंबर तक छुट्टी कर दी गई है । सोमवार सुबह AQI स्तर 500 दर्ज होने के बाद यह फैसला लिया गया है*
*झज्जर के डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि यह आदेश सरकारी के साथ प्राइवेट स्कूलों पर भी लागू होंगे। 11 नवंबर तक छुट्टी रहेगी। अगर कोई उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी*
गुरुग्राम, फरीदाबाद और झज्जर के बाद एनसीआर से सटे 11 और जिलों में स्कूल बंद करने को लेकर मंथन किया जा रहा है। विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने NCR के सभी DC को पत्र जारी कर ये अधिकार दिए थे कि प्रशासन अपने स्तर पर फैसला लेकर स्कूल बंद कर सकते हैं*
*शिक्षा निदेशालय की तरफ से जारी निर्देश...*
*इन 12 जिलों के स्कूलों पर होगा फैसला
दिल्ली NCR में हरियाणा के 14 जिले शामिल हैं। जिसमें करनाल, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नूहं और पलवल हैं। सरकार ने इन सभी जिलों के DC को स्कूलों के बारे में फैसला लेने की छूट दी है। इनमें से गुरुग्राम, झज्जर और फरीदाबाद में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।*
हरियाणा के NCR के जिलों में वायु की गुणवत्ता*
*जिला AQI*
करनाल 254
जींद 189
पानीपत 237
सोनीपत 341
रोहतक 397
भिवानी 445
चरखी दादरी 189
झज्जर 194
गुरुग्राम 269
फरीदाबाद 348
रेवाड़ी 190
महेंद्रगढ़ 183
नूंह 191
पलवल 190
*( प्रदूषण मानकों के मुताबिक शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक मध्यम, 201 से 300 तक खराब, 301 से 400 तक बहुत खराब यानी खतरे के निशान से पार और 401 से 500 तक AQI बहुत ही गंभीर माना जाता है*
*विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक वायु प्रदूषण हमें हार्ट अटैक, लंग कैंसर और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों के मुंह में धकेल रहा है। प्रदूषित हवा हर साल पूरी दुनिया में 70 लाख लोगों की जान लेती है।)*