कोलकाता: बलात्कार और हत्या मामला में सीजेआई ने राष्ट्रीय टास्क फोर्स का किया गठन
K9Media
कोलकाता रेप और हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है, मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी.वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा करेंगे। सीजेआई ने कहा, ''डॉक्टरों की सुरक्षा उपायों में सुधार के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा| इसमें नौ डॉक्टर शामिल हैं जो चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा, कामकाजी परिस्थितियों और सुधार के उपायों की सिफारिश करेंगे। बता दें कि इस टास्क फोर्स में केंद्र सरकार के पाँच कर्मचारी भी शामिल हुए हैं। कोर्ट ने सीबीआई को स्टेटस रिपोर्ट और राज्य सरकार को 22 अगस्त तक केस रिपोर्ट सौंपने को कहा| इस मामले पर अगली सुनवाई 23 अगस्त को होगी|
नेशनल टॉस्क फोर्स में शामिल होने वालों की सूची में डॉक्टर आरके सरियन, सर्जन वाइस एडमिरल डॉ. नागेश्वर रेड्डी, मैनेजिंग डायरेक्टर एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल गैस्ट्रोलॉजी डॉ. एम. श्रीनिवास, डायरेक्टर AIIMS, दिल्ली डॉ. प्रतिमा मूर्ति, NIMHANS, बेंगलुरू, डॉ. गोवर्धन दत्त पुरी, डायरेक्टर, AIIMS, जोधपुर डॉ. सौमित्र रावत, गंगाराम अस्पताल के मैनेजिंग मेंबर प्रोफेसर अनीता सक्सेना, कार्डियोलॉजी हेड, AIIMS, दिल्ली प्रोफेसर पल्लवी सापरे, डीन-ग्रांट मेडिकल कॉलेज, मुंबई डॉ. पदमा श्रीवास्तव, न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट, AIIMS शामिल हैं|
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार से कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव नेशनल, मेडिकल कमीशन के अध्यक्ष, नेशनल बोर्ड ऑफ इग्जामिनर्स के अध्यक्ष भी इस सूची में शामिल हैं| फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएमए) ने राष्ट्रीय टास्क फोर्स गठित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया।
सुप्रीम कोर्ट के केंद्र सरकार से 8 सवाल
- अस्पतालों में क्या सुरक्षा उपाय मौजूद हैं?
- क्या प्रवेश द्वार को नियंत्रित करना संभव है?
- वहाँ कितने अवकाश गृह हैं?
- इन कमरों में क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं?
- क्या अस्पताल के सभी क्षेत्रों में निगरानी कैमरे लगाए गए हैं?
- क्या मरीजों की चिंताओं को दूर करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है या नहीं?
- क्या अस्पतालों के पास कोई पुलिस स्टेशन है?
- क्या समस्याओं के समाधान के लिए कोई आंतरिक समितियाँ हैं?
कोर्ट ने केंद्र सरकार से एक महीने के भीतर हलफनामे के साथ यह जानकारी मुहैया कराने को कहा| दरअसल, 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद फिर डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया और देशभर में डॉक्टर हड़ताल पर चले गए| पिछले हफ्ते 14 अगस्त की देर रात लोगों के एक समूह ने उसी अस्पताल पर हमला कर दिया और इमारत को नष्ट कर दिया| 19 अगस्त को डॉक्टर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की एक अंतरमंत्रालयी बैठक हुई, लेकिन इस मामले में कोई समझौता नहीं हो सका| FAIMA (फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन) ने अपनी हड़ताल अभी भी जारी रखी है।