पुणे पोर्श केस : नाबालिग आरोपी जेल में कर रहा ऐश , चौकाने वाली बात आई सामने

महाराष्ट्र के पुणे में एक रईस नाबालिग अपने दोस्तों संग पार्टी करता है। शराब के नशे में पिता की करोड़ों की पोर्श कार से निकलता है और एक बाइक को टक्कर मार देता है। जिससे बाइक पर सवार दो युवा इंजीनियर की मौत हो गई । हालांकि, आरोपी नाबालिग है, इसलिए उसे 15 घंटे के भीतर ही जमानत भी मिल जाती है। जमानत की शर्त भी ऐसी कि नया मोटर व्हीकल एक्ट सवालों के घेरे में आ गया है। इतना ही नहीं, इस मामले में लगातार नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं, जो बेहद हैरान करने वाले हैं।
पुलिस द्वारा आरोपी को हिरासत में लिए जाने के बाद उसके पिता की रईसी को ध्यान में रखते हुए वीआईपी ट्रीटमेंट भी दिया गया। उसे खाने के लिए पिज्जा-बर्गर भी दिया गया। नाबालिग की जमानत और उसके लिए रखी गई शर्त पर भी सवाल उठाने लगे हैं।
ये हुए खुलासे :-
1. हादसे के समय नाबालिग शराब के नशे में धुत था और 200 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से अपने पिता की पोर्श कार चला रहा था।
2. नाबालिग ने अपने पिता की जिस पोर्श कार से बाइक सवार को टक्कर मारी, वह बिना रजिस्ट्रेशन के सड़क पर दौड़ रही थी।
3. नाबालिग आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा-304 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिस तरीके से गाड़ी दुर्घटना का शिकार हुई है, पुलिस को संदेह है कि आरोपी शराब पीकर गाड़ी चला रहा था। इसलिए पुलिस ने आरोपी के खून की जांच भी कराई।
4. पीड़ित पक्ष ने पुलिस के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पिता की रईसी को ध्यान में रखते हुए वीआईपी ट्रीटमेंट भी दिया गया। हादसे के बाद आरोपी को पुलिस थाने में पिज्जा खिलाया गया , जबकि पीड़ित पक्ष को बेतुके सवाल पूछकर परेशान किया गया।
5. कोर्ट ने कहा कि नाबालिग को 15 दिनों तक यरवदा मंडल की पुलिस के साथ मिलकर ट्रैफिक कंट्रोल में मदद करनी होगी। शराब छोड़ने के लिए मनोचिकित्सक के पास इलाज कराना होगा।
6. नाबालिग आरोपी ने बताया था कि 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद पिता ने ही उसे दोस्तों संग पब में पार्टी करने की इजाजत दी थी। उसने कार चलाने की ट्रेनिंग भी ठीक से नहीं ली थी। फिर भी पिता ने उसे पार्टी में जाने के लिए अपनी पोर्श कार दी। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है। पिता को इस बात की भी जानकारी थी कि वह शराब पीता है।
7. हादसे से पहले उसने दो पब में जाकर मात्र 90 मिनट में 48,000 रुपए खर्च कर दिए थे। पुलिस का दावा है कि किशोर ने हादसे के समय शराब पी रखी थी।
8. आरोपी बेटे के कबूलनामे के बाद से पिता विशाल अग्रवाल फरार थे, जिन्हें मंगलवार को पुलिस ने संभाजीनगर से गिरफ्तार कर लिया।