रोहतक : NEET के पेपर फेल होने पर नाबालिग ने छोड़ा घर , तलाश करने पर मिला दिल्ली
रोहतक के सिविल लाइन थाने में पिता ने शिकायत दर्ज कराई कि उसका इकलौता बेटा नाबालिग है। जो अक्टूबर में 18 साल का हो जाएगा। 26 जुलाई को दोपहर 12:30 बजे वह कोचिंग के लिए घर से निकला था। लेकिन, 1:30 बजे उसे कोचिंग सेंटर से फोन आया कि उसका बेटा आज यहां नहीं आया। इसके बाद उसे पता चला कि उसका बेटा कहीं गायब हो गया है। उसने तुरंत डायल 112 पर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई और खुद भी तलाश शुरू कर दी।
जब वे घर आए और नाबालिग का कमरा खंगाला, ताकि दोस्तों से बात कर पूछ सकें। तभी उन्हें नाबालिग के कमरे की दीवार पर एक कागज चिपका मिला। वह उनके बेटे ने उनके लिए लिखा था। इस नोट में बेटे ने लिखा- '' "मैं अपनी मर्जी से घर छोड़ रहा हूं। जब नीट परीक्षा में मेरे कम अंक आए थे तो मैं बहुत परेशान रहता था। आपने मुझे राजस्थान कोचिंग के लिए छोड़ दिया था, लेकिन वहां भी मेरा मन नहीं लगा। मैं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। इसलिए मैंने यह घर छोड़ दिया है।"
पिता ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे ने NEET की परीक्षा दी थी। हालांकि उसके करीब 400 नंबर आए। इस वजह से नीट में क्वालिफाई नहीं हो सका। उन्होंने उसे कोचिंग भी कराई। शायद इसी वजह से वह दबाव में आ गया और ऐसा कदम उठा लिया।
उसकी मां के पास दिल्ली से नाबालिग बच्चे के दोस्त का फोन आया। उसने बताया कि नाबालिग उसके यहां आया हुआ है। पता चलते ही वे तुरंत रोहतक से दिल्ली पहुंचे। जब वे बेटे के दोस्त के घर पहुंचे तो बेटा वहां से भी कहीं जा चुका था।
सिविल लाइन थाने के जांच अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि नाबालिग के गुमशुदगी होने का मामला सामने आया था। एफआईआर दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी थी नाबालिग दिल्ली में मिल गया और उसे वापस ले आए। अब बच्चे की सीड्ब्ल्यसी के माध्यम से काउंसिलिंग करवाई जाएगी।
जब वे घर आए और नाबालिग का कमरा खंगाला, ताकि दोस्तों से बात कर पूछ सकें। तभी उन्हें नाबालिग के कमरे की दीवार पर एक कागज चिपका मिला। वह उनके बेटे ने उनके लिए लिखा था। इस नोट में बेटे ने लिखा- '' "मैं अपनी मर्जी से घर छोड़ रहा हूं। जब नीट परीक्षा में मेरे कम अंक आए थे तो मैं बहुत परेशान रहता था। आपने मुझे राजस्थान कोचिंग के लिए छोड़ दिया था, लेकिन वहां भी मेरा मन नहीं लगा। मैं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। इसलिए मैंने यह घर छोड़ दिया है।"
पिता ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे ने NEET की परीक्षा दी थी। हालांकि उसके करीब 400 नंबर आए। इस वजह से नीट में क्वालिफाई नहीं हो सका। उन्होंने उसे कोचिंग भी कराई। शायद इसी वजह से वह दबाव में आ गया और ऐसा कदम उठा लिया।
उसकी मां के पास दिल्ली से नाबालिग बच्चे के दोस्त का फोन आया। उसने बताया कि नाबालिग उसके यहां आया हुआ है। पता चलते ही वे तुरंत रोहतक से दिल्ली पहुंचे। जब वे बेटे के दोस्त के घर पहुंचे तो बेटा वहां से भी कहीं जा चुका था।
सिविल लाइन थाने के जांच अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि नाबालिग के गुमशुदगी होने का मामला सामने आया था। एफआईआर दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी थी नाबालिग दिल्ली में मिल गया और उसे वापस ले आए। अब बच्चे की सीड्ब्ल्यसी के माध्यम से काउंसिलिंग करवाई जाएगी।