बसपा : सुप्रीमो मायावती ने दिया आकाश आनंद को एक और मौका , इन राज्यों की सौपी जिम्मेदारी

लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान विवादित बयान के बाद घर बिठा दिए गए भतीजे आकाश आनंद की बसपा सुप्रीमो मायावती ने फिर से बसपा की सियासत में वापसी कर ली है। बसपा सुप्रीमो ने आकाश को दूसरे राज्यों में बसपा को मजबूत करने की कमान सौंपी है।
मायावती ने दूसरे राज्यों के यूपी के 10 विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर बसपा के चुनाव लड़ने का एलान भी किया है। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रविवार को यहां पार्टी कार्यालय में लोकसभा चुनाव के परिणामों की समीक्षा में आकाश को पार्टी के क्रियाकलापों में शामिल करने के साथ ही कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव प्रत्याशी उतारने का एलान किया।
आकाश के पिता एवं मायावती के भाई आनंद कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की मौजूदगी में हुई बैठक में मायावती ने कहा कि वर्तमान में केंद्र की भाजपा व एनडीए सरकार स्थिर नहीं है। इसकी अस्थिर होने की स्थिति बन सकती है।
ऐसे में पार्टी के लोगों को पूरे देश में संगठन में मिशनरी लोगों को आगे करके पार्टी के जनाधार को बढ़ाना है। इस बार विरोधी पार्टियों द्वारा चुनाव में संविधान बचाओ जैसे अनेकों मुद्दों को लेकर किये गये गलत प्रचार से गुमराह होने की वजह से बसपा का जबरदस्त नुकसान हुआ है।
आगे चुनाव में फिर ऐसा नुकसान ना हो। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस पार्टी ने संविधान सभा में डॉ. भीमराव अंबेडकर को आने से रोकने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए थे, वह अब संविधान बचाने की बात कैसे कर सकती है। कांग्रेस ने तो बाबा साहब को भारत रत्न की उपाधि देकर सम्मानित भी नहीं किया था।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आकाश आनंद को पूरी परिपक्वता के साथ पार्टी में कार्य करने के लिए फिर से मौका दिया गया है। यह पूर्व की तरह ही पार्टी में नेशनल कोआर्डिनेटर के साथ मेरे एकमात्र उत्तराधिकारी भी बने रहेंगे।
मायावती ने दूसरे राज्यों के यूपी के 10 विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर बसपा के चुनाव लड़ने का एलान भी किया है। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रविवार को यहां पार्टी कार्यालय में लोकसभा चुनाव के परिणामों की समीक्षा में आकाश को पार्टी के क्रियाकलापों में शामिल करने के साथ ही कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव प्रत्याशी उतारने का एलान किया।
आकाश के पिता एवं मायावती के भाई आनंद कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की मौजूदगी में हुई बैठक में मायावती ने कहा कि वर्तमान में केंद्र की भाजपा व एनडीए सरकार स्थिर नहीं है। इसकी अस्थिर होने की स्थिति बन सकती है।
ऐसे में पार्टी के लोगों को पूरे देश में संगठन में मिशनरी लोगों को आगे करके पार्टी के जनाधार को बढ़ाना है। इस बार विरोधी पार्टियों द्वारा चुनाव में संविधान बचाओ जैसे अनेकों मुद्दों को लेकर किये गये गलत प्रचार से गुमराह होने की वजह से बसपा का जबरदस्त नुकसान हुआ है।
आगे चुनाव में फिर ऐसा नुकसान ना हो। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस पार्टी ने संविधान सभा में डॉ. भीमराव अंबेडकर को आने से रोकने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए थे, वह अब संविधान बचाने की बात कैसे कर सकती है। कांग्रेस ने तो बाबा साहब को भारत रत्न की उपाधि देकर सम्मानित भी नहीं किया था।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आकाश आनंद को पूरी परिपक्वता के साथ पार्टी में कार्य करने के लिए फिर से मौका दिया गया है। यह पूर्व की तरह ही पार्टी में नेशनल कोआर्डिनेटर के साथ मेरे एकमात्र उत्तराधिकारी भी बने रहेंगे।