संसद में पेश हुए बजट पर विपक्ष ने किया विरोध प्रदर्शन , लगाए शेम शेम के नारे
संसद में आज मानसून सत्र का तीसरा दिन है। राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के दौरान कहा, हर बजट में, आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। इस पर नाराज विपक्ष के नेता शेम-शेम के नारे लगाते हुए बाहर चले गए।
विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। इस दौरान विपक्ष बजट में कथित तौर पर राज्यों के साथ हुए भेदभाव को लेकर जमकर नारेबाजी कर रहा है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष से प्रश्न काल को बाधित ना करने की अपील की है।
राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विरोध प्रदर्शन को लेकर बड़ा बयान दिया है कि केंद्र के लिए सभी राज्य समान है और बजट में सभी राज्यों के लिए प्रावधान है। उन्होंने कहा है कि किसी राज्य का नाम ना होने का मतलब यह नहीं कि उनके लिए कोई योजना नहीं है। निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कांग्रेस एक साजिश के तहत लोगों को यह झूठ बोल रही है कि बजट में किसी राज्य को कुछ नहीं मिला।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, यह बजट सिर्फ अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने के लिए है। उन्होंने किसी को कुछ नहीं दिया है।
सपा की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कहा- यह बजट रिएक्शन करने लायक नहीं है। यह सिर्फ एक नाटक है। जो वादे कागजों में हुए हैं वो लागू नहीं हो सकते हैं।
कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, यह एक 'कुर्सी बचाओ बजट', 'सत्ता बचाओ बजट', 'बदला लो बजट' है। इस बजट से देश के 90% से अधिक लोग अलग-थलग पड़ गए हैं। मोदी सरकार केवल भाजपा सरकार को बचाने में लगी हुई है।