गोहाना : मुख्यमंत्री उडऩदस्ता की करनाल की टीम ने मारा रुखी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में छापा
मुख्यमंत्री उडऩदस्ता की करनाल की टीम ने मंगलवार दोपहर रुखी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को गांव रुखी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में छापा मारा। यहां पर दोपहर तीन बजे आधा स्टाफ ड्यूटी से गायब मिला। इनमें दो चिकित्सक और चार कर्मचारी हैं। यहां चिकित्सक व कर्मचारी ड्यूटी में लापरवाही बरतते हैं जिससे मरीज परेशान होते हैं। उडऩदस्ता की टीम ने गैरहाजिर मिले चिकित्सकों व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग को संस्तुति की।
गांव रुखी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 13 चिकित्सकों और कर्मचारियों का स्टाफ है। केंद्र सुबह नौ बजे से दोपहर चार बजे तक खुलता है। दिन में ब्रेक होता है। इस केंद्र पर कुछ चिकित्सक व कर्मचारी ड्यूटी में लापरवाही बरतते हैं। इससे गांव रुखी और आसपास के गांवों से आने वाले मरीज परेशान होते हैं। मुख्यमंत्री उडऩदस्ता को इस बारे में शिकायतें मिली। मंगलवार दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री उडऩदस्ता करनाल से निरीक्षक सुनील, निरीक्षक स्वर्ण कुमार, राजेश, गोहाना के इंचार्ज धर्मपाल नरवाल और अन्य अधिकारी केंद्र पर पहुंचे। यहां पर दो चिकित्सक और चार कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले। उडऩदस्ता की टीम के छापे से चिकित्सकों और कर्मचारियों में हडक़ंप मच गया। छापे की जानकारी मिलने के बाद कुछ कर्मचारी वापस भी आए लेकिन तब तक टीम अपनी कार्रवाई कर चुकी थी। टीम द्वारा ड्यूटी से गायब मिले चिकित्सकों व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग को संस्तुति की गई।
गांव रुखी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 13 चिकित्सकों और कर्मचारियों का स्टाफ है। केंद्र सुबह नौ बजे से दोपहर चार बजे तक खुलता है। दिन में ब्रेक होता है। इस केंद्र पर कुछ चिकित्सक व कर्मचारी ड्यूटी में लापरवाही बरतते हैं। इससे गांव रुखी और आसपास के गांवों से आने वाले मरीज परेशान होते हैं। मुख्यमंत्री उडऩदस्ता को इस बारे में शिकायतें मिली। मंगलवार दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री उडऩदस्ता करनाल से निरीक्षक सुनील, निरीक्षक स्वर्ण कुमार, राजेश, गोहाना के इंचार्ज धर्मपाल नरवाल और अन्य अधिकारी केंद्र पर पहुंचे। यहां पर दो चिकित्सक और चार कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले। उडऩदस्ता की टीम के छापे से चिकित्सकों और कर्मचारियों में हडक़ंप मच गया। छापे की जानकारी मिलने के बाद कुछ कर्मचारी वापस भी आए लेकिन तब तक टीम अपनी कार्रवाई कर चुकी थी। टीम द्वारा ड्यूटी से गायब मिले चिकित्सकों व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग को संस्तुति की गई।