उत्तराखंड : सात और जंगल हुए राख़ , जयहरीखाल महाविद्यालय तक पहुंची आग
उत्तराखंड में गढ़वाल से कुमाऊं तक सात जंगलो में आग की लपटे उठी । गढ़वाल में वनाग्नि की छह और कुमाऊं में एक घटना हुई है। आग से 8.9 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। कुल मिलाकर राज्य में आग की घटनाएं बढ़कर 1075 हो गई हैं।
अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा रिपोर्ट के मुताबिक, तराई पूर्वी वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में एक, मसूरी वन प्रभाग में चार और लैंसडौन वन प्रभाग में आग की दो घटनाएं हुई हैं।
इसे मिलाकर गढ़वाल में अब तक 410 और कुमाऊं में 576 वनाग्नि की घटनाएं हो चुकी हैं, जबकि वन्य जीव क्षेत्र में 89 घटनाएं हुई। अपर प्रमुख वन संरक्षक के मुताबिक, जंगल में आग लगाने के आरोप में अब तक 421 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 64 ज्ञात और 357 अज्ञात मामले शामिल हैं।
लैंसडौन वन प्रभाग के सिविल व आरक्षित वन क्षेत्रों में वनाग्नि की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बृहस्पतिवार को पौड़ी नेशनल हाईवे से सटे लैंसडौन रेंज के जंगल की आग पीजी काॅलेज जयहरीखाल के परिसर तक जा पहुंची। धुएं के कारण महाविद्यालय में वार्षिक परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों एवं बीएड कक्षाओं में अध्ययन कर रहे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा। चारों ओर फैले धुएं से आसपास के ग्रामीणों और राहगीरों का सांस लेना तक दूभर हो गया। पौड़ी नेशनल हाईवे पर वाहनों से आवाजाही कर रहे लोग भी इससे प्रभावित हुए। उधर, दुगड्डा-धुमाकोट मार्ग पर गोदी गांव से सटे दुगड्डा रेंज के जंगल में भी आग भड़क उठी। सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा रिपोर्ट के मुताबिक, तराई पूर्वी वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में एक, मसूरी वन प्रभाग में चार और लैंसडौन वन प्रभाग में आग की दो घटनाएं हुई हैं।
इसे मिलाकर गढ़वाल में अब तक 410 और कुमाऊं में 576 वनाग्नि की घटनाएं हो चुकी हैं, जबकि वन्य जीव क्षेत्र में 89 घटनाएं हुई। अपर प्रमुख वन संरक्षक के मुताबिक, जंगल में आग लगाने के आरोप में अब तक 421 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 64 ज्ञात और 357 अज्ञात मामले शामिल हैं।
लैंसडौन वन प्रभाग के सिविल व आरक्षित वन क्षेत्रों में वनाग्नि की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बृहस्पतिवार को पौड़ी नेशनल हाईवे से सटे लैंसडौन रेंज के जंगल की आग पीजी काॅलेज जयहरीखाल के परिसर तक जा पहुंची। धुएं के कारण महाविद्यालय में वार्षिक परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों एवं बीएड कक्षाओं में अध्ययन कर रहे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा। चारों ओर फैले धुएं से आसपास के ग्रामीणों और राहगीरों का सांस लेना तक दूभर हो गया। पौड़ी नेशनल हाईवे पर वाहनों से आवाजाही कर रहे लोग भी इससे प्रभावित हुए। उधर, दुगड्डा-धुमाकोट मार्ग पर गोदी गांव से सटे दुगड्डा रेंज के जंगल में भी आग भड़क उठी। सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।