समाज सेविका समीक्षा पंवार ने कारगिल विजय दिवस पर शहीद सम्मान यात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
कारगिल विजय दिवस भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम व साहस का प्रतीक : समीक्षा पंवार
सोनीपत। समाज सेविका समीक्षा पंवार ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम व साहस का प्रतीक है। इस दिन भारतीय सेना के आगे न तो16 हज़ार फिट की ऊंचाई पर बैठा दुश्मन व न ही माईनस 10 डिग्री पारा टिक पाया और करीब तीन महीने चली जंग के बाद 26 जुलाई 1999 के दिन उन्हीं पहाड़ियों पर तिरंगे झंडे के साथ भारत माता की जय के नारे गूंज उठे। माँ भारती के ऐसे वीर जवान जिनकी बदौलत कारगिल युद्ध में भारत की विजय हुई, उन सभी को सेल्यूट करते है।
कारगिल के युद्ध में देश की रक्षा करते हुए माँ भारती के जिन वीर जवानों ने अपने प्राण न्योछावर किये है, उन्हें भी शत-शत नमन करते है। समीक्षा पंवार ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की व पूर्व सैनिक वेलफेयर सोसाइटी के तत्वाधान में महाराजा अग्रसेन चौक से शहीद सम्मान यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
समीक्षा पंवार ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारत के सभी देशवासियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ और इसमें भारत विजय हुआ। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध में आतंकवादियों के कारगिल की चोटी पर होने के कारण युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों को कई बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
उन्होंने कहा कि एक अच्छा नागरिक वह होता है, जो अपने देश की एकता व अखंडता के प्रति वफादार व देश के लिए हर प्रकार की कुर्बानी देने की भावना दिल में रखे। आज के दिन हम सभी को देश की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। सेना के वीर जवानों की बदौलत ही हम खुली हवा में सांस ले रहे है। इसलिए वीर जवानों का सम्मान व उनकी इफाजत करना हमारा फर्ज बनता है। इस दौरान डिप्टी मेयर मंजीत गहलावत, पार्षद नीतू दहिया, अध्य्क्ष पूर्व सैनिक सोसाइटी सत्यपाल काजला, कैप्टन धर्मवीर गहलावत, सूबेदार जोगिंदर सिंह , जयभगवान मलिक, राजेश दहिया सूबेदार रणसिंह राणा, सुभाष, डीडी शर्मा, कैप्टन ओमपाल सिंह, हरस्वरूप भारद्वाज, मुकेश नसीयर, पवन, सुरेश दहिया, कैप्टन हेमराज,जगदीश राय, कैप्टन ओमकार, सुबेसिंह, कीर्तन मलिक, राजबीर राठी, सुभाष, शीला आंतील, सहित बड़ी तादाद में पूर्व सैनिक मौजूद रहे।