गोहाना : सुंदर ब्रांच ने मचाई तबाही, भावड़ गांव में बड़ी आफत
रविवार को गांव भावड़ में सुंदर ब्रांच नहर की पटरी टूट गई है। इससे लगभग 500-600 एकड़ में पानी भर गया और फसलें जलमग्न हो गईं। खेतों में ट्यूबेवल, इंजन व कोठड़े भी डूब गए। गांव भावड़ में पास पानी सडक़ के ऊपर से बहकर आबादी के पास पहुंच गया। कुछ मकानों के चारों तरफ पानी भी हो गया है। अधिकारियों ने अंटा हेड से पानी बंद करवाया। इसके बावजूद ब्रांच में शाम तक पानी बहता रहा। अधिकारियों के अनुसार पानी बंद होते ही पटरी की मरम्मत करवा दी जाएगी। अधिकारियों के अनुसार पटरी को जानबूझ कर तोड़ा गया है।
रविवार सुबह लगभग साढ़े 11 बजे सुंदर ब्रांच नहर गांव भावड़ के पास से टूटी। इस गांव की सीमा जींद जिले से लगती है। सुंदर ब्रांच नहर इन दिनों पानी से लबालब चल रही है। एक किनारे की पटरी टूट गई। इससे पहले कि टूटे किनारे को ठीक किया जाता, कटाव ज्यादा बढ़ गया। करीब 50 फुट के कटाव हो गया। नहर के पानी से सैकड़ों एकड़ खेत डूब गए हैं। खेतों में बने दर्जन भर के करीब कोठे भी पानी में डूब गए। पटरी टूटने के बाद खेतों में पानी का दायरा लगातार बढ़ता गया। नहर टूटने की सूचना मिलते ही ग्रामीण व किसान मौके पर पहुंचे, लेकिन वे टूटे किनारे को पाटने का काम शुरू नहीं कर पाए। इसकी सूचना नहर विभाग को देकर नहर में पीछे से पानी को रोकने की मांग की गई है, ताकि पानी के बहाव की रफ्तार में कमी आए और किनारे को ठीक किया जा सके। अधिकारियों ने अंटा हेड से पानी को बंद करवाया। यह नहर सिंचाई विभाग के जींद के अधिकारियों के अधीन आती है। वहां से एक्सईएन पुनीत अपनी टीम के साथ पहुंचे। अंटा हेड से पानी बंद करवाया गया। इसके बावजूद देर शाम तक पानी बहता रहा। अधिकारियों ने कहा कि पानी रुकते ही नहर की पटरी को ठीक करवा दिया जाएगा। विधायक इंदुराज नरवाल और आप के नेता संदीप मलिक भी मौके अधिकारियों से बातचीत की। विधायक नरवाल ने सरकार से मांग की कि प्रभावित फसलों की गिरदावरी करवाकर किसानों को 80 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। विधायक ने कहा कि किसानों के अनुसार कमजोर होने के चलते पटरी टूट गई। खेतों से पानी बहकर गांव के निकट रोड तक पहुंच गया। रोड से भी पानी बहकर आबादी तक पहुंच गया। कुछ मकान भी पानी के बीच में आ गए हैं।