अयोध्या : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा नई व्यवस्था को किया गया ख़ारिज
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के पुजारियों के लिए जारी की गई व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। पुजारी पहले की तरह ही रामलला की पूजा करेंगे। नई व्यवस्था पर पुजारियों ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
राम मंदिर में पुजारी अपने निर्धारित समय से पूजन पद्धति को संपन्न कर रहे हैं। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि सभी पुजारियों के द्वारा ट्रस्ट को दिए गए पत्र के बाद ट्रस्ट ने अपने निर्णय को वापस ले लिया है। अभी सभी पुजारी पहले के समय पर राम मंदिर में सेवा देंगे।
श्रावण माह को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारी के साथ बैठक कर चार समूह में पुजारियों को विभक्त कर श्री राम जन्मभूमि परिसर में स्थित राम मंदिर, कुबेर टीला और यज्ञशाला स्थल पर 10 घंटे की सशर्त ड्यूटी लगाई है। जिसमें बताया गया कि जिस पुजारी की ड्यूटी जिस स्थान पर लगाई गई है अगले 15 दिन तक वह दूसरे स्थान पर नहीं जा सकेंगे, यानी कि कुबेर टीला और यज्ञशाला पर तैनात पुजारी अगले 15 दिन तक राम मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। जिसको लेकर सभी पुजारियों ने आपत्ति जताई थी जिसके बाद सोमवार को ट्रस्ट ने नई व्यवस्था पर रोक लगा दी है।
राम मंदिर में पुजारी अपने निर्धारित समय से पूजन पद्धति को संपन्न कर रहे हैं। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि सभी पुजारियों के द्वारा ट्रस्ट को दिए गए पत्र के बाद ट्रस्ट ने अपने निर्णय को वापस ले लिया है। अभी सभी पुजारी पहले के समय पर राम मंदिर में सेवा देंगे।
श्रावण माह को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारी के साथ बैठक कर चार समूह में पुजारियों को विभक्त कर श्री राम जन्मभूमि परिसर में स्थित राम मंदिर, कुबेर टीला और यज्ञशाला स्थल पर 10 घंटे की सशर्त ड्यूटी लगाई है। जिसमें बताया गया कि जिस पुजारी की ड्यूटी जिस स्थान पर लगाई गई है अगले 15 दिन तक वह दूसरे स्थान पर नहीं जा सकेंगे, यानी कि कुबेर टीला और यज्ञशाला पर तैनात पुजारी अगले 15 दिन तक राम मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। जिसको लेकर सभी पुजारियों ने आपत्ति जताई थी जिसके बाद सोमवार को ट्रस्ट ने नई व्यवस्था पर रोक लगा दी है।