रेवाड़ी : बीजेपी के दो नेताओ ने छोड़ी पार्टी , दोनों ने निर्दलीय लड़ने का किया एलान
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपनी पहली सूची में रेवाड़ी और कोसली सीट पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करते ही बगवात की ठान ली हैं। रेवाड़ी से टिकट के दावेदार PPP स्टेट को-ऑर्डिनेटर डा. सतीश खोला और सन्नी यादव ने पार्टी छोड़ दी है। दोनों नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया हैं।
कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव को रेवाड़ी सीट से उतारा गया हैं, जबकि कोसली में उनकी जगह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के खास पूर्व जिला पार्षद अनिल डहीना को मौका दिया गया हैं। दोनों ही प्रत्याशियों की घोषणा के बाद पुराने भाजपाईयों में नाराजगी बढ़ गई है। टिकट के दावेदारों ने बगावत करते हुए बीजेपी के प्रत्याशियों के खिलाफ हल्ला बोल दिया हैं।
रेवाड़ी से लंबे समय से तैयारी करने में लगे परिवार-पहचान-पत्र के स्टेट को-ऑर्डिनेटर डा. सतीश खोला ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि मैंने हमेशा पार्टी के सर्मपित सिपाही के तौर पर कार्य किया। पार्टी के सबसे बुरे वक्त के दौर में हमने पार्टी को सींचने का काम किया। लेकिन जब टिकट देने की बारी आई तो पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया। ये हमारे ही नहीं, बल्कि हर कार्यकर्ता के लिए धोखा हैं। मुझे लगता है कि पार्टी ने हमारे साथ अन्याय किया हैं।
पूर्व जिला पार्षद सन्नी यादव ने कहा कि, मैंने बड़ी आशा के साथ बीजेपी ज्वाइन की थी। पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे के अलावा पार्टी के नियमों के मुताबिक मैं पहला दावेदार था। बावजूद इसके पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दी। ये मेरे साथ नहीं, बल्कि रेवाड़ी की जनता के साथ अन्याय हुआ हैं। अगर कोसली में लक्ष्मण सिंह यादव ने बेहतर काम किया हुआ होता तो उन्हें यहां लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मेरी टिकट कटवाने में साजिश हुई हैं। साजिश करने वालों को भी जल्द बेनकाब करेंगे। अब मैं जनता की टिकट पर निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा।
कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव को रेवाड़ी सीट से उतारा गया हैं, जबकि कोसली में उनकी जगह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के खास पूर्व जिला पार्षद अनिल डहीना को मौका दिया गया हैं। दोनों ही प्रत्याशियों की घोषणा के बाद पुराने भाजपाईयों में नाराजगी बढ़ गई है। टिकट के दावेदारों ने बगावत करते हुए बीजेपी के प्रत्याशियों के खिलाफ हल्ला बोल दिया हैं।
रेवाड़ी से लंबे समय से तैयारी करने में लगे परिवार-पहचान-पत्र के स्टेट को-ऑर्डिनेटर डा. सतीश खोला ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि मैंने हमेशा पार्टी के सर्मपित सिपाही के तौर पर कार्य किया। पार्टी के सबसे बुरे वक्त के दौर में हमने पार्टी को सींचने का काम किया। लेकिन जब टिकट देने की बारी आई तो पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया। ये हमारे ही नहीं, बल्कि हर कार्यकर्ता के लिए धोखा हैं। मुझे लगता है कि पार्टी ने हमारे साथ अन्याय किया हैं।
पूर्व जिला पार्षद सन्नी यादव ने कहा कि, मैंने बड़ी आशा के साथ बीजेपी ज्वाइन की थी। पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे के अलावा पार्टी के नियमों के मुताबिक मैं पहला दावेदार था। बावजूद इसके पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दी। ये मेरे साथ नहीं, बल्कि रेवाड़ी की जनता के साथ अन्याय हुआ हैं। अगर कोसली में लक्ष्मण सिंह यादव ने बेहतर काम किया हुआ होता तो उन्हें यहां लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मेरी टिकट कटवाने में साजिश हुई हैं। साजिश करने वालों को भी जल्द बेनकाब करेंगे। अब मैं जनता की टिकट पर निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा।