बिहार : महिला सिपाही अपना वेतन माँगा तो DSP ने की ऐसी हरकत , SP ने दिए तत्काल आदेश
मोतिहारी में एक महिला सिपाही ने अपने ही विभाग के डीएसपी और अन्य कर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। सिपाही पूनम कुमारी का कहना है कि उन्हें 2022 से बंद पड़े वेतन के लिए आग्रह किया था जो उन्हें महंगा पड़ गया। डीएसपी ने पुलिस लाइन में उनकी पिटाई कर दी, जिसके बाद उन्हें सिर और आंख में चोटें आई हैं और सदर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। पूनम कुमारी की 2018 में बहाल हुई थीं। 2022 में ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में उन्हें निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद से ही उनका वेतन बंद है।
पूनम का आरोप है कि जब उन्होंने अपने बंद वेतन के लिए डीएसपी से आग्रह किया, तो उन्होंने पुलिस लाइन में उनकी पिटाई कर दी। घटना के बाद सदर अस्पताल में भर्ती पूनम का आरोप है कि उन्हें गाली-गलौज, लात-घूसों से मारा गया और उनके सिर, आंख और कमर में चोट आई। घटना के बाद वह बेहोश हो गईं और उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। पूनम कुमारी का वेतन कई महीनों से रुका हुआ था। वेतन जारी करने की मांग को लेकर वह पहले भी कई बार एसपी से मिलने का प्रयास कर चुकी थीं, लेकिन सफल नहीं रहीं।
मामला सामने आने के बाद एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने जांच के लिए एएसपी शिखर चौधरी को आदेश दिया है। एसपी ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पूनम का आरोप है कि जब उन्होंने अपने बंद वेतन के लिए डीएसपी से आग्रह किया, तो उन्होंने पुलिस लाइन में उनकी पिटाई कर दी। घटना के बाद सदर अस्पताल में भर्ती पूनम का आरोप है कि उन्हें गाली-गलौज, लात-घूसों से मारा गया और उनके सिर, आंख और कमर में चोट आई। घटना के बाद वह बेहोश हो गईं और उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। पूनम कुमारी का वेतन कई महीनों से रुका हुआ था। वेतन जारी करने की मांग को लेकर वह पहले भी कई बार एसपी से मिलने का प्रयास कर चुकी थीं, लेकिन सफल नहीं रहीं।
मामला सामने आने के बाद एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने जांच के लिए एएसपी शिखर चौधरी को आदेश दिया है। एसपी ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।