हिसार के सांसद जेपी को महिला आयोग ने भेजा नोटिस ; महिलाओ पर की अपमानजनक टिप्पणी
हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश (JP) का एक विवादित बयान सामने आया है। महिलाओं पर दिए गए अपने बयान को लेकर उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा हैं, जिसके बाद हरियाणा महिला आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
कलायत में एक जनसभा के दौरान, जहां उनके बेटे विकास सहारन चुनाव लड़ रहे हैं, जय प्रकाश ने महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी कर दी, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वह कह रहे हैं कि, "अगर लिपस्टिक और पाउडर से नेता बनते हैं तो मुझे भी लगाना चाहिए। मुझे दाढ़ी क्यों रखनी चाहिए?"
इस तरह की भाषा के प्रयोग की निंदा करते हुए आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा, "हमने जय प्रकाश से इस पर जवाब देने को कहा है।"
जेपी के बयान के बाद कलायत से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अनुराग ढांडा ने कहा कि बहन-बेटियां चुनाव लड़ने की कोशिश करेंगी तो क्या उनका अपमान करना शुरू कर देंगे। ऐसे लोगों को जनता सबक सिखाएगी। लोकतंत्र में कोई भी चुनाव लड़ सकता है, राजनीति किसी की जागीर नहीं है। किसी के चुनाव लड़ने से कोई बड़ी बात नहीं है। सभी ने अपनी-अपनी योजना बना रखी हैं कि मैं यह काम कर सकता हूं।
अगर वे इम्प्लीमेंट करना चाहते हैं तो इन लोगों को इसमें भी दिक्कत है। वे चाहते हैं कि कलायत 3 परिवारों की जागीर बनी रहे, जैसा कि वे 30-40 साल से करते आ रहे हैं। एक बार जय प्रकाश का परिवार आए, एक बार कमलेश का परिवार आए और एक बार रामपाल माजरा का परिवार आए। कलायत इन तीन परिवारों में घूमता रहता है। खुद को क्षेत्र का नेता कहने वाले लोगों ने कभी एक नाली तक नहीं बनवाई।
कलायत में एक जनसभा के दौरान, जहां उनके बेटे विकास सहारन चुनाव लड़ रहे हैं, जय प्रकाश ने महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी कर दी, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वह कह रहे हैं कि, "अगर लिपस्टिक और पाउडर से नेता बनते हैं तो मुझे भी लगाना चाहिए। मुझे दाढ़ी क्यों रखनी चाहिए?"
इस तरह की भाषा के प्रयोग की निंदा करते हुए आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा, "हमने जय प्रकाश से इस पर जवाब देने को कहा है।"
जेपी के बयान के बाद कलायत से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अनुराग ढांडा ने कहा कि बहन-बेटियां चुनाव लड़ने की कोशिश करेंगी तो क्या उनका अपमान करना शुरू कर देंगे। ऐसे लोगों को जनता सबक सिखाएगी। लोकतंत्र में कोई भी चुनाव लड़ सकता है, राजनीति किसी की जागीर नहीं है। किसी के चुनाव लड़ने से कोई बड़ी बात नहीं है। सभी ने अपनी-अपनी योजना बना रखी हैं कि मैं यह काम कर सकता हूं।
अगर वे इम्प्लीमेंट करना चाहते हैं तो इन लोगों को इसमें भी दिक्कत है। वे चाहते हैं कि कलायत 3 परिवारों की जागीर बनी रहे, जैसा कि वे 30-40 साल से करते आ रहे हैं। एक बार जय प्रकाश का परिवार आए, एक बार कमलेश का परिवार आए और एक बार रामपाल माजरा का परिवार आए। कलायत इन तीन परिवारों में घूमता रहता है। खुद को क्षेत्र का नेता कहने वाले लोगों ने कभी एक नाली तक नहीं बनवाई।