करनाल : विदेश में नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाकर 63 लाख की ठगी
हरियाणा के करनाल के पधाना गांव के एक किसान से 63 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। किसान ने अपने साले को विदेश भेजने के लिए एजेंट को पैसे दिए थे। आरोपी ने उसे वर्क परमिट पर भेजने और 5-6 लाख रुपये में नौकरी लगवाने का भरोसा दिया था।
पीड़ित अपने साले को लोन लेकर विदेश भेजना चाहता था, लेकिन उसके साथ ठगी हो गई। पीड़ित ने तीन लोगों पर आरोप लगाया है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित किसान संजय ने बताया कि आरोपी बलविन्द्र सिंह ने उसे उसके साले अभिमन्यु को यूएसए (US) में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। 63 लाख रुपए की डील के तहत उसे भरोसा दिलाया कि महीने में 5-6 लाख की नौकरी मिल जाएगी। इस लालच में आकर उसने ने बलविन्द्र सिंह और उसके सहयोगियों को अलग-अलग किस्तों में बड़ी रकम दी।
पीड़ित ने बताया कि उसने पहले 20 लाख रुपए दिए। जिसमें 3 लाख आरटीजीएस के माध्यम से और बाकी नकद दिए गए थे। इसके बाद उसने अपनी जमीन गिरवी रखकर और उधार लेकर भी आरोपियों को रकम दी। हर बार उसे वादा किया गया कि उसके साले को जल्द ही विदेश भेजा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अभिमन्यु को विदेश भेजने के बहाने उसकी टिकटें बुक की गईं, लेकिन हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टाल दिया गया। कई बार नकली टिकटें भेजकर भी गुमराह किया गया।
शिकायत में पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने अभिमन्यु के पासपोर्ट, आधार कार्ड और अन्य डॉक्यूमेंट अपने कब्जे में ले लिए थे। इस दौरान अभिमन्यु को कई बार विदेश भेजा गया, लेकिन यूएसए पहुंचने का कोई ठोस बंदोबस्त नहीं किया गया।
एक बार उसे तुर्की में 10 दिनों तक फंसाकर रखा गया, जबकि दूसरे बार उसे बाकू में एक महीने तक रोककर रखा गया। इसके बाद भी कोई समाधान नहीं निकला और पीड़ित के पास वापस लौटने के अलावा कोई चारा नहीं बचा।
पीड़ित संजय कुमार ने तरावड़ी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें तीनों आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। जांच अधिकारी कैलाश ने बताया कि पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित अपने साले को लोन लेकर विदेश भेजना चाहता था, लेकिन उसके साथ ठगी हो गई। पीड़ित ने तीन लोगों पर आरोप लगाया है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित किसान संजय ने बताया कि आरोपी बलविन्द्र सिंह ने उसे उसके साले अभिमन्यु को यूएसए (US) में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। 63 लाख रुपए की डील के तहत उसे भरोसा दिलाया कि महीने में 5-6 लाख की नौकरी मिल जाएगी। इस लालच में आकर उसने ने बलविन्द्र सिंह और उसके सहयोगियों को अलग-अलग किस्तों में बड़ी रकम दी।
पीड़ित ने बताया कि उसने पहले 20 लाख रुपए दिए। जिसमें 3 लाख आरटीजीएस के माध्यम से और बाकी नकद दिए गए थे। इसके बाद उसने अपनी जमीन गिरवी रखकर और उधार लेकर भी आरोपियों को रकम दी। हर बार उसे वादा किया गया कि उसके साले को जल्द ही विदेश भेजा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अभिमन्यु को विदेश भेजने के बहाने उसकी टिकटें बुक की गईं, लेकिन हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टाल दिया गया। कई बार नकली टिकटें भेजकर भी गुमराह किया गया।
शिकायत में पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने अभिमन्यु के पासपोर्ट, आधार कार्ड और अन्य डॉक्यूमेंट अपने कब्जे में ले लिए थे। इस दौरान अभिमन्यु को कई बार विदेश भेजा गया, लेकिन यूएसए पहुंचने का कोई ठोस बंदोबस्त नहीं किया गया।
एक बार उसे तुर्की में 10 दिनों तक फंसाकर रखा गया, जबकि दूसरे बार उसे बाकू में एक महीने तक रोककर रखा गया। इसके बाद भी कोई समाधान नहीं निकला और पीड़ित के पास वापस लौटने के अलावा कोई चारा नहीं बचा।
पीड़ित संजय कुमार ने तरावड़ी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें तीनों आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। जांच अधिकारी कैलाश ने बताया कि पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।