कठुआ: आतंकियों को सीमा पार कराने वाले 8 मजदूर गिरफ्तार
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जम्मू-कश्मीर के कटवा में पुलिस ने सोमवार (12 अगस्त) को आठ खेत मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया। इस जैश आतंकी मॉड्यूल के जवानों ने 26 जून को डोडा में मारे गए तीन जैश आतंकियों की मदद की थी| इन ग्राउंड वर्करों ने आतंकियों को सीमा पार कर डोडा के जंगलों और पहाड़ियों तक पहुंचने में मदद की| भोजन एवं आवास की भी व्यवस्था की गई।ये आतंकी मॉड्यूल कर्मी पाकिस्तान स्थित जैश अधिकारियों के भी संपर्क में थे। 26 जून को मुठभेड़ के बाद केंद्रीय पुलिस प्रशासन को सेंट्रल एजेंसियों से जानकारी मिली कि मजदूर गंडोह में छिपे हुए हैं| पुलिस ने कहा कि गंडोह में 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। सबूत मिलने के बाद आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया और पूछताछ के दौरान उन्होंने आतंकवादियों की मदद करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने बताया कि इस आतंकी मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद लतीफ था| आतंकी नेता लतीफ़ निर्णय लेता है कि मॉड्यूल के लिए किसे भर्ती किया जायेगा। वह कठुआ के अम्बे नाल इलाके में रहता था। लतीफ़ ही जैश आतंकियों के गुर्गों से संपर्क का मुख्य केंद्र था| लतीफ़ ही यह तय करता था कि नेटवर्क में किसे शामिल किया जाए और किसे नहीं| गिरफ्तार किए गए लोगों में लतीफ के अलावा अख्तर अली, सद्दाम कुशल, नूरानी, मकबूल, लियाकत और कासिम शामिल हैं। ये सभी कठुआ के रहने वाले थे| टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गंडोह में तीन और आतंकवादियों को मार गिराया। हालाँकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल सर्च ऑपरेशन चल रहा है| अनंतनाग में तलाशी अभियान आज चौथे दिन भी जारी है, तीन से चार आतंकी छिपे होने की संभवना हैं।जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में चौथे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है| दरअसल, 10 अगस्त को सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि अनंतनाग में तीन से चार आतंकी छिपे हुए हैं| फिर मुठभेड़ शुरू हो गई| 11 अगस्त को सेना और आतंकियों के बीच हुई गोलीबारी में 2 जवान शहीद हो गये थे| आज लगातार चौथे दिन इन्हें ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।