करनाल : विदेश भेजने का झांसा देकर युवक से ठगे साढ़े 4 लाख रुपए
हरियाणा में करनाल के घरौंडा में एक युवक से विदेश भेजने के नाम पर फर्जी दस्तावेज और झूठे वादों का झांसा देकर 4.5 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने इंस्टाग्राम पर आरोपी की कंपनी का विज्ञापन देखने के बाद चंडीगढ़ ऑफिस में आरोपियों से मुलाकात की थी। जहां पर पीड़ित को पहले आकर्षक ऑफर देकर विश्वास में लिया और विदेश भेजने का भरोसा दिलाया। आरोपियों ने पीड़ित से नकदी लेकर और जरूरी दस्तावेज लेकर फर्जी प्रक्रिया पूरी करवाई। जब अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पीड़ित को पता चला तो उसने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घरौंडा निवासी पीड़ित परमीत ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें 'फैदर टच' नामक कंपनी विदेशी यात्रा की प्रक्रिया में मदद का दावा करती है। संपर्क करने पर उसके भाई ने कंपनी के एमडी सतिंद्र सेठी से बात की और कंपनी की सभी प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद परमीत और उसके भाई ने अगस्त-2023 में चंडीगढ़ में कंपनी के ऑफिस का दौरा किया, जहां सतिंद्र सेठी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि कंपनी सरकार से मान्यता प्राप्त है और विदेश भेजने के सभी लाइसेंस उनके पास हैं। इससे प्रभावित होकर परमीत ने आगे की प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
कंपनी की ओर से बताया गया कि विदेश भेजने की प्रक्रिया में 14 से 15 लाख रुपए का खर्च आएगा। हालांकि, परमीत के पास इतनी राशि नहीं थी, इसलिए उसने 50 हजार रुपए एडवांस दिया और बाकी राशि बाद में देने की बात कही। इसके बाद कंपनी ने 'स्पांसर लेटर' भेजने के नाम पर उसे चार लाख रुपए और जमा करवाने को कहा। हालांकि कंपनी ने केवल कैश में ही पेमेंट लेने की बात कही थी। परमीत ने नगद 4 लाख रुपए और जमा कर दिए।
बायोमेट्रिक प्रक्रिया के लिए परमीत को चंडीगढ़ में एक विशेष स्थान पर बुलाया गया। वहां उसकी प्रक्रिया पूरी करवाई गई और कंपनी ने उसे आश्वासन दिया कि उसका टूरिस्ट वीजा जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। लेकिन समय बीतने के बाद भी जब वीजा नहीं आया, तो परमीत ने आरोपियों से संपर्क किया। कुछ समय बाद परमीत को पता चला कि उसके टूरिस्ट वीजा की फाइल पहले ही रिजेक्ट हो चुकी थी, लेकिन कंपनी ने उसे गुमराह कर दोबारा फाइल जमा करवाकर फर्जी हस्ताक्षर करवा दिए।
परमीत ने आरोप लगाया कि जब उसने दिए गए 4.5 लाख रुपए की मांग की, तो कंपनी के अधिकारियों ने टालमटोल शुरू कर दी। सतिंद्र और गुरमीत ने यह भी धमकी दी कि शिकायत करने पर उसका कुछ नहीं हो पाएगा क्योंकि उनके संबंध चंडीगढ़ पुलिस से हैं। परमीत को धमकी दी गई कि उसकी हरियाणा पुलिस वहां तक नहीं पहुंच सकती। इस पूरे मामले से मानसिक और आर्थिक रूप से पीड़ित परमीत ने अब पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
परमीत ने चंडीगढ़ स्थित कंपनी 'फैदर टच' और उसके अधिकारियों सतिंद्र सेठी, गुरमीत कौर और प्रशांत सेठी के खिलाफ घरौंडा पुलिस को शिकायत दी है। जांच अधिकारी विपिन ने बताया कि परमीत की शिकायत के आधार पर फैदर टच कंपनी व उसके अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घरौंडा निवासी पीड़ित परमीत ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें 'फैदर टच' नामक कंपनी विदेशी यात्रा की प्रक्रिया में मदद का दावा करती है। संपर्क करने पर उसके भाई ने कंपनी के एमडी सतिंद्र सेठी से बात की और कंपनी की सभी प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद परमीत और उसके भाई ने अगस्त-2023 में चंडीगढ़ में कंपनी के ऑफिस का दौरा किया, जहां सतिंद्र सेठी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि कंपनी सरकार से मान्यता प्राप्त है और विदेश भेजने के सभी लाइसेंस उनके पास हैं। इससे प्रभावित होकर परमीत ने आगे की प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
कंपनी की ओर से बताया गया कि विदेश भेजने की प्रक्रिया में 14 से 15 लाख रुपए का खर्च आएगा। हालांकि, परमीत के पास इतनी राशि नहीं थी, इसलिए उसने 50 हजार रुपए एडवांस दिया और बाकी राशि बाद में देने की बात कही। इसके बाद कंपनी ने 'स्पांसर लेटर' भेजने के नाम पर उसे चार लाख रुपए और जमा करवाने को कहा। हालांकि कंपनी ने केवल कैश में ही पेमेंट लेने की बात कही थी। परमीत ने नगद 4 लाख रुपए और जमा कर दिए।
बायोमेट्रिक प्रक्रिया के लिए परमीत को चंडीगढ़ में एक विशेष स्थान पर बुलाया गया। वहां उसकी प्रक्रिया पूरी करवाई गई और कंपनी ने उसे आश्वासन दिया कि उसका टूरिस्ट वीजा जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। लेकिन समय बीतने के बाद भी जब वीजा नहीं आया, तो परमीत ने आरोपियों से संपर्क किया। कुछ समय बाद परमीत को पता चला कि उसके टूरिस्ट वीजा की फाइल पहले ही रिजेक्ट हो चुकी थी, लेकिन कंपनी ने उसे गुमराह कर दोबारा फाइल जमा करवाकर फर्जी हस्ताक्षर करवा दिए।
परमीत ने आरोप लगाया कि जब उसने दिए गए 4.5 लाख रुपए की मांग की, तो कंपनी के अधिकारियों ने टालमटोल शुरू कर दी। सतिंद्र और गुरमीत ने यह भी धमकी दी कि शिकायत करने पर उसका कुछ नहीं हो पाएगा क्योंकि उनके संबंध चंडीगढ़ पुलिस से हैं। परमीत को धमकी दी गई कि उसकी हरियाणा पुलिस वहां तक नहीं पहुंच सकती। इस पूरे मामले से मानसिक और आर्थिक रूप से पीड़ित परमीत ने अब पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
परमीत ने चंडीगढ़ स्थित कंपनी 'फैदर टच' और उसके अधिकारियों सतिंद्र सेठी, गुरमीत कौर और प्रशांत सेठी के खिलाफ घरौंडा पुलिस को शिकायत दी है। जांच अधिकारी विपिन ने बताया कि परमीत की शिकायत के आधार पर फैदर टच कंपनी व उसके अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।