रोहतक : युवक से ढाई लाख रुपए लेकर की शादी; चार दिन बाद जेवर-नकदी लेकर फरार हुई दुल्हन
पंजाब की एक महिला ने गिरोह के साथ मिलकर ढाई लाख रुपये लेकर रोहतक के युवक से शादी की। इसके बाद चार दिन मासिक धर्म बताकर सुहागरात मनाने से भी इंकार कर दिया। इसके बाद मौका पाकर जेवरात लेकर फरार हो गई। पीड़ित की शिकायत पर महिला सहित तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार महम चौबीसी के एक गांव के 36 साल के युवक ने ओल्ड सब्जी मंडी थाने में शिकायत दी है कि वे चार बहन-भाई हैं। वह माता-पिता के साथ रहता है, लेकिन उसकी शादी नहीं हुई। माता-पिता को उसके विवाह की चिंता रहती थी। रोहतक की एक महिला शीला देवी ने कहा कि पंजाब के मानसा जिले के एक गांव में गरीब परिवार की लड़की है। उसके पिता का देहांत हो चुका है। अपनी बूढ़ी मां के साथ रहती है। सहमति बनने पर शीला उनको पंजाब में लड़की देखने के लिए ले गई। वहां रेशम नाम का व्यक्ति मिला, जो उनको घर ले गया। उनको लड़की पसंद आ गई। पहले गोद भराई की रस्म हुई, इसके बाद जून 2024 में बरात पंजाब गई। हिंदू रीति-रिवाज से शादी हुई। शादी के दौरान आरोपियों ने उनसे पैसे ले लिए। साथ ही उन्होंने दुल्हन खुशप्रीत कौर को जेवरात भी दिए। शादी के बाद वे घर आ गए।
रात को दुल्हन ने कहा कि उसे मासिक धर्म है। इसलिए सुहागरात की मत सोचना, दूर ही रहना। चार दिन उनके बीच कोई शारीरिक संबंध नहीं बने। शर्म के मारे उसने परिजनों को यह बात नहीं बताई। 21 जून को दुल्हन ने कहा कि उसकी मौसी की मौत हो गई है। उसे जाना पड़ेगा। वह उसे हिसार के पास डिंग बस स्टैंड पर छोड़कर आ गया, जहां रेशम सिंह मिला जो उसका भाई था।
घर वापस आकर देखा तो घर के सारे जेवरात, नए कपड़े, मोबाइल फोन व 15 हजार की नकदी नहीं मिली। पता चला कि दुल्हन अपने बैग में कीमती सामान ले गई है। उसने फोन किया तो दुल्हन ने बताया कि वह 13-14 दिन में वापस आ जाएगी। इसके बाद उसने उसके भाई रेशम सिंह से बात की। उसने शीला से बात की। शीला ने कहा कि उसकी दुल्हन के भाई रेशम सिंह से बात हुई है। 21 जुलाई को दुल्हन को उसके घर से ले जाना। वह शीला के घर रोहतक पहुंचा तो उसकी दुल्हन किसी एक अन्य युवक के साथ नजर आई। उसने पूछा तो युवक ने कहा कि वह बहादुरगढ़ का रहने वाला है। 21 जून को उसकी पंजाब में महिला के साथ शादी हुई है। इसके लिए डेढ़ लाख रुपये लिए गए हैं।
उसने शीला देवी से बात की तो उसने कहा कि बहादुरगढ़ के युवक ने जो बताया है, उसे भूल जाओ। अब दुल्हन को भूल जाओ। अगर पुलिस को शिकायत की तो पूरे परिवार को जेल भिजवा देंगे। इसके परिजनों ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की तो पता चला कि रेशम सिंह महिला का चचेरा भाई है। तीनों ने मिलकर एक गिरोह बना रखा है, जो शादी के नाम पर लोगों को लूट रहा है। फर्जी धार्मिक संस्था बना रखी है। उससे शादी के नाम ढाई लाख से ज्यादा की नकदी व जेवरात और कपड़े लेकर ठगी की है।
पंजाब की महिला सहित तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपी अभी फरार है। सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
पुलिस के अनुसार महम चौबीसी के एक गांव के 36 साल के युवक ने ओल्ड सब्जी मंडी थाने में शिकायत दी है कि वे चार बहन-भाई हैं। वह माता-पिता के साथ रहता है, लेकिन उसकी शादी नहीं हुई। माता-पिता को उसके विवाह की चिंता रहती थी। रोहतक की एक महिला शीला देवी ने कहा कि पंजाब के मानसा जिले के एक गांव में गरीब परिवार की लड़की है। उसके पिता का देहांत हो चुका है। अपनी बूढ़ी मां के साथ रहती है। सहमति बनने पर शीला उनको पंजाब में लड़की देखने के लिए ले गई। वहां रेशम नाम का व्यक्ति मिला, जो उनको घर ले गया। उनको लड़की पसंद आ गई। पहले गोद भराई की रस्म हुई, इसके बाद जून 2024 में बरात पंजाब गई। हिंदू रीति-रिवाज से शादी हुई। शादी के दौरान आरोपियों ने उनसे पैसे ले लिए। साथ ही उन्होंने दुल्हन खुशप्रीत कौर को जेवरात भी दिए। शादी के बाद वे घर आ गए।
रात को दुल्हन ने कहा कि उसे मासिक धर्म है। इसलिए सुहागरात की मत सोचना, दूर ही रहना। चार दिन उनके बीच कोई शारीरिक संबंध नहीं बने। शर्म के मारे उसने परिजनों को यह बात नहीं बताई। 21 जून को दुल्हन ने कहा कि उसकी मौसी की मौत हो गई है। उसे जाना पड़ेगा। वह उसे हिसार के पास डिंग बस स्टैंड पर छोड़कर आ गया, जहां रेशम सिंह मिला जो उसका भाई था।
घर वापस आकर देखा तो घर के सारे जेवरात, नए कपड़े, मोबाइल फोन व 15 हजार की नकदी नहीं मिली। पता चला कि दुल्हन अपने बैग में कीमती सामान ले गई है। उसने फोन किया तो दुल्हन ने बताया कि वह 13-14 दिन में वापस आ जाएगी। इसके बाद उसने उसके भाई रेशम सिंह से बात की। उसने शीला से बात की। शीला ने कहा कि उसकी दुल्हन के भाई रेशम सिंह से बात हुई है। 21 जुलाई को दुल्हन को उसके घर से ले जाना। वह शीला के घर रोहतक पहुंचा तो उसकी दुल्हन किसी एक अन्य युवक के साथ नजर आई। उसने पूछा तो युवक ने कहा कि वह बहादुरगढ़ का रहने वाला है। 21 जून को उसकी पंजाब में महिला के साथ शादी हुई है। इसके लिए डेढ़ लाख रुपये लिए गए हैं।
उसने शीला देवी से बात की तो उसने कहा कि बहादुरगढ़ के युवक ने जो बताया है, उसे भूल जाओ। अब दुल्हन को भूल जाओ। अगर पुलिस को शिकायत की तो पूरे परिवार को जेल भिजवा देंगे। इसके परिजनों ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की तो पता चला कि रेशम सिंह महिला का चचेरा भाई है। तीनों ने मिलकर एक गिरोह बना रखा है, जो शादी के नाम पर लोगों को लूट रहा है। फर्जी धार्मिक संस्था बना रखी है। उससे शादी के नाम ढाई लाख से ज्यादा की नकदी व जेवरात और कपड़े लेकर ठगी की है।
पंजाब की महिला सहित तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपी अभी फरार है। सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।