आगरा : बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी बनने वाले थे पुलिसकर्मी; दो बदमाश पुलिसकर्मी बनकर कर गए वारदात
शादियों के सीजन में पुलिस की सुरक्षा के बीच वारदात रुक नहीं रही हैं। कमला नगर में मंगलवार दोपहर में सेंट्रल बैंक रोड पर वारदात हुई। बाइक सवार 4 बदमाशों ने पुलिसकर्मी बनकर आढ़त व्यापारी अशोक कुमार और उनकी पत्नी से 6 लाख के गहने लूट लिए। व्यापारी को कागज की पुड़िया में नकली गहने और पत्थर देकर फरार हो गए।
नटराज पुरम निवासी अशोक कुमार पोपली की मोतीगंज में आढ़त है। उनके भाई भारत भूषण गप्पी ने बताया कि वह दोपहर 1:30 बजे भाई-भाभी नीलम के साथ स्कूटी से मंदिर जाने के लिए निकले थे। सेंट्रल बैंक मार्ग पर बाइक सवार दो लोगों ने रोक लिया। स्कूटी साइड में लगवाने के बाद बोले कि आपने हेलमेट नहीं पहना है। रोजाना हादसे हो रहे हैं। फिर भी नियम तोड़ रहे हो। उन्होंने उनसे पूछा कि आप काैन हो। इस पर पुलिसकर्मी बताने लगे।
व्यापारी हेलमेट पहनने की कहने लगे। तभी दूसरे युवक ने कहा कि रोजाना लूट की वारदात हो रही हैं। इसके बावजूद गहने पहनकर जा रहे हो। एक कार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह पकड़ी है। इसमें भी लोग गहने पहने हुए थे। उनके उतरवा दिए हैं। तभी एक युवक आता है, कहता है कि गहने उतार दिए हैं। आरोपियों ने तीसरे साथी से एक पुड़िया बनाकर उसे दिलवा दी। कहा कि आगे से गहने इस तरह से मत पहनना। वह चला गया। बाद में व्यापारी और उनके पत्नी से भी गहने उतरवा लिए। उन्होंने अशोक कुमार से दो अंगूठी, जबकि नीलम से 4 अंगूठी, 4 चूड़ी, दो कड़े उतरवा लिए। बाद में कागज की पुड़िया बनाकर दे दिया। जाते समय कहा कि पुड़िया को घर जाकर ही खोलना। व्यापारी को शक हो गया। कुछ दूरी पर पुड़िया खोली तो उसमें दो नकली कड़े और पत्थर निकले। घटना की जानकारी पर विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल पहुंच गए। उन्होंने पुलिस आयुक्त से बात की। घटना का खुलासा जल्द से जल्द कराने के लिए कहा।
नीलम आर्टिफिशियल मंगलसूत्र भी पहने थीं। टप्पेबाजों को बताया तो उन्होंने कहा कि नकली है तो पहनकर चली जाओ, कुछ नहीं होगा। व्यापारी का कहना है कि गहने तकरीबन 8 तोला वजनी थी। इनकी कीमत तकरीबन 6 लाख रुपये तक है। थाना प्रभारी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी कैद हो गए हैं। उनकी तलाश में टीम को लगाया गया है।
पार्षद पंकज अग्रवाल ने बताया कि कमला नगर में पहले भी वारदात हो चुकी हैं। उन्होंने पूर्व में एक गिरोह को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। वह हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों के तीमारदारों को पर्ची निकालने के बहाने रुपये लेकर फरार हो जाता था। अब पुलिसकर्मी बनकर वारदात को अंजाम दिया गया। घटना की जानकारी पर भरत शर्मा, प्रेमदास चाैधरी, अनिल सेंगर, दीपक ढल आदि पहुंच गए। उन्होंने आक्रोश व्यक्त किया।
नटराज पुरम निवासी अशोक कुमार पोपली की मोतीगंज में आढ़त है। उनके भाई भारत भूषण गप्पी ने बताया कि वह दोपहर 1:30 बजे भाई-भाभी नीलम के साथ स्कूटी से मंदिर जाने के लिए निकले थे। सेंट्रल बैंक मार्ग पर बाइक सवार दो लोगों ने रोक लिया। स्कूटी साइड में लगवाने के बाद बोले कि आपने हेलमेट नहीं पहना है। रोजाना हादसे हो रहे हैं। फिर भी नियम तोड़ रहे हो। उन्होंने उनसे पूछा कि आप काैन हो। इस पर पुलिसकर्मी बताने लगे।
व्यापारी हेलमेट पहनने की कहने लगे। तभी दूसरे युवक ने कहा कि रोजाना लूट की वारदात हो रही हैं। इसके बावजूद गहने पहनकर जा रहे हो। एक कार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह पकड़ी है। इसमें भी लोग गहने पहने हुए थे। उनके उतरवा दिए हैं। तभी एक युवक आता है, कहता है कि गहने उतार दिए हैं। आरोपियों ने तीसरे साथी से एक पुड़िया बनाकर उसे दिलवा दी। कहा कि आगे से गहने इस तरह से मत पहनना। वह चला गया। बाद में व्यापारी और उनके पत्नी से भी गहने उतरवा लिए। उन्होंने अशोक कुमार से दो अंगूठी, जबकि नीलम से 4 अंगूठी, 4 चूड़ी, दो कड़े उतरवा लिए। बाद में कागज की पुड़िया बनाकर दे दिया। जाते समय कहा कि पुड़िया को घर जाकर ही खोलना। व्यापारी को शक हो गया। कुछ दूरी पर पुड़िया खोली तो उसमें दो नकली कड़े और पत्थर निकले। घटना की जानकारी पर विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल पहुंच गए। उन्होंने पुलिस आयुक्त से बात की। घटना का खुलासा जल्द से जल्द कराने के लिए कहा।
नीलम आर्टिफिशियल मंगलसूत्र भी पहने थीं। टप्पेबाजों को बताया तो उन्होंने कहा कि नकली है तो पहनकर चली जाओ, कुछ नहीं होगा। व्यापारी का कहना है कि गहने तकरीबन 8 तोला वजनी थी। इनकी कीमत तकरीबन 6 लाख रुपये तक है। थाना प्रभारी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी कैद हो गए हैं। उनकी तलाश में टीम को लगाया गया है।
पार्षद पंकज अग्रवाल ने बताया कि कमला नगर में पहले भी वारदात हो चुकी हैं। उन्होंने पूर्व में एक गिरोह को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। वह हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों के तीमारदारों को पर्ची निकालने के बहाने रुपये लेकर फरार हो जाता था। अब पुलिसकर्मी बनकर वारदात को अंजाम दिया गया। घटना की जानकारी पर भरत शर्मा, प्रेमदास चाैधरी, अनिल सेंगर, दीपक ढल आदि पहुंच गए। उन्होंने आक्रोश व्यक्त किया।