दिल्ली : सुल्तानपुरी में फटा सिलेंडर, आधा घर गिरा; गर्भवती महिला की मौत
दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में एक मकान में सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में आठ माह की गर्भवती महिला की मौत हो गई। जबकि एक युवती गंभीर रूप से घायल हो गई। मृतका की पहचान 24 वर्षीय रजनी के रूप में हुई है। सिलेंडर फटने के दौरान दो मंजिला मकान का आधा हिस्सा गिर गया। फिलहाल मौके से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।
सुमित पेशे से कार मैकेनिक हैं। वह परिवार सहित कृष्ण विहार इलाके में रहते हैं। शनिवार दोपहर सवा तीन बजे के करीब मकान के ग्राउंड फ्लोर पर सुमित की पत्नी रजनी और उनकी ननद 20 वर्षीय रेणू घर में मौजूद थी। परिवार के अन्य सदस्य घर से बाहर थे। इस दौरान रसोई में रखा सिलेंडर फट गया। इसमें जोरदार धमाका हुआ। इससे पास की दीवार रजनी पर गिर गई। घर में आग भी लग गई।
इससे वहां मौजूद रेणू झुलस गई और वह वहां से जान बचाकर भाग गई। मामले की सूचना पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी गई। मौके पर दो अग्निशमन की गाड़ियां भेजी गईं। बताया जा रहा है कि जहां पर मकान है वहां की गली बहुत संकरी है। ऐसे में दमकल की गाड़ियों काे मौके पर पहुंचने में परेशानी हुई। फिलहाल मामले की जांच पुलिस कर रही है।
सुमित के चाचा ने बताया कि सुमित की शादी एक साल पहले हुई थी। उसकी पत्नी आठ माह की गर्भवती थी। वहीं रेणू की शादी अगले साल फरवरी में कराने की तैयारी चल रही थी। हादसे के समय में घर की कुछ महिलाएं खरीदारी करने के लिए बाजार गई हुई थी। वहीं पुरुष काम पर गए थे। परिवार में खुशियों का माहौल था। हादसे ने सबकुछ खत्म कर दिया।
परिजनों का आरोप है कि हादसा सवा तीन बजे के करीब हुआ। जबकि पुलिस हादसे के 30 से 40 मिनट के बाद पहुंची। वहीं अग्निशमन विभाग की टीम पुलिस के आने के बाद पहुंची। अभी फिलहाल मौके से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। हादसे के दौरान झुलसी रेणू खुद ई-रिक्शा से अस्पताल गई।
रोहिणी इलाके में कमरे में आग लगने से पांच साल के बच्चे की झुलसकर मौत हो गई। बच्चे को घर में अकेला छोड़कर परिवार वाले शनिवार तड़के छठ घाट पर गए थे। शुरुआती जांच में पता चला कि फ्रिज का कंप्रेशर फटने से घर में आग लगी और बच्चा उसमें झुलस गया। शाहबाद डेरी थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद बच्चे के शव काे परिजनों को सौंप कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है।
50 साल के उमेश भगत अपनी पत्नी रामझड़ी देवी व दो बेटी व पांच साल के बेटे श्रीकांत के साथ रोहिणी सेक्टर-27 स्थित तीन मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर रहते थे। उमेश पास ही एक फैक्टरी में काम करते हैं। उमेश भगत ने बताया कि शनिवार तड़के करीब 4:30 बजे वह पत्नी और दो बेटियों के साथ घर से पांच सौ मीटर दूर छठ घाट पर गए थे। इस दौरान बेटा सो रहा था। उसे उठाकर चलने के लिए तैयार किया, लेकिन वह फिर घर में जाकर सो गया।
रिवार वालों ने उसे कमरे में ही छोड़कर नीचे सीढ़ियों के गेट पर ताला लगाकर घाट पर चले गए। कुछ ही देर बाद पड़ोस के बच्चे घाट पर पहुंचे और उनके घर में आग लगने की जानकारी दी। परिवार के सभी सदस्य भागकर घर पहुंचे। तब तक पड़ोसी ताला तोड़कर आग पर काबू करने की कोशिश कर रहे थे। आग पर काबू करने के बाद वह कमरे में गए। उनका बेटा कमरे के कोने में झुलसी हालत में पड़ा था।
पुलिस उसे अंबेडकर अस्पताल लेकर गई। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उमेश ने बताया कि कुछ दिन से उनका फ्रिज खराब था। जो काफी गर्म हो रहा था। उनलोगों ने उसे बंद कर दिया था। लेकिन सामान खराब न हो इसलिए उसे चला दिया था। परिवार का कहना है कि फ्रिज का कंप्रेशर फटा है। धमाके की आवाज पड़ोसियों ने सुनी है। वहीं पुलिस अधिकारी का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
सुमित पेशे से कार मैकेनिक हैं। वह परिवार सहित कृष्ण विहार इलाके में रहते हैं। शनिवार दोपहर सवा तीन बजे के करीब मकान के ग्राउंड फ्लोर पर सुमित की पत्नी रजनी और उनकी ननद 20 वर्षीय रेणू घर में मौजूद थी। परिवार के अन्य सदस्य घर से बाहर थे। इस दौरान रसोई में रखा सिलेंडर फट गया। इसमें जोरदार धमाका हुआ। इससे पास की दीवार रजनी पर गिर गई। घर में आग भी लग गई।
इससे वहां मौजूद रेणू झुलस गई और वह वहां से जान बचाकर भाग गई। मामले की सूचना पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी गई। मौके पर दो अग्निशमन की गाड़ियां भेजी गईं। बताया जा रहा है कि जहां पर मकान है वहां की गली बहुत संकरी है। ऐसे में दमकल की गाड़ियों काे मौके पर पहुंचने में परेशानी हुई। फिलहाल मामले की जांच पुलिस कर रही है।
सुमित के चाचा ने बताया कि सुमित की शादी एक साल पहले हुई थी। उसकी पत्नी आठ माह की गर्भवती थी। वहीं रेणू की शादी अगले साल फरवरी में कराने की तैयारी चल रही थी। हादसे के समय में घर की कुछ महिलाएं खरीदारी करने के लिए बाजार गई हुई थी। वहीं पुरुष काम पर गए थे। परिवार में खुशियों का माहौल था। हादसे ने सबकुछ खत्म कर दिया।
परिजनों का आरोप है कि हादसा सवा तीन बजे के करीब हुआ। जबकि पुलिस हादसे के 30 से 40 मिनट के बाद पहुंची। वहीं अग्निशमन विभाग की टीम पुलिस के आने के बाद पहुंची। अभी फिलहाल मौके से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। हादसे के दौरान झुलसी रेणू खुद ई-रिक्शा से अस्पताल गई।
रोहिणी इलाके में कमरे में आग लगने से पांच साल के बच्चे की झुलसकर मौत हो गई। बच्चे को घर में अकेला छोड़कर परिवार वाले शनिवार तड़के छठ घाट पर गए थे। शुरुआती जांच में पता चला कि फ्रिज का कंप्रेशर फटने से घर में आग लगी और बच्चा उसमें झुलस गया। शाहबाद डेरी थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद बच्चे के शव काे परिजनों को सौंप कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है।
50 साल के उमेश भगत अपनी पत्नी रामझड़ी देवी व दो बेटी व पांच साल के बेटे श्रीकांत के साथ रोहिणी सेक्टर-27 स्थित तीन मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर रहते थे। उमेश पास ही एक फैक्टरी में काम करते हैं। उमेश भगत ने बताया कि शनिवार तड़के करीब 4:30 बजे वह पत्नी और दो बेटियों के साथ घर से पांच सौ मीटर दूर छठ घाट पर गए थे। इस दौरान बेटा सो रहा था। उसे उठाकर चलने के लिए तैयार किया, लेकिन वह फिर घर में जाकर सो गया।
रिवार वालों ने उसे कमरे में ही छोड़कर नीचे सीढ़ियों के गेट पर ताला लगाकर घाट पर चले गए। कुछ ही देर बाद पड़ोस के बच्चे घाट पर पहुंचे और उनके घर में आग लगने की जानकारी दी। परिवार के सभी सदस्य भागकर घर पहुंचे। तब तक पड़ोसी ताला तोड़कर आग पर काबू करने की कोशिश कर रहे थे। आग पर काबू करने के बाद वह कमरे में गए। उनका बेटा कमरे के कोने में झुलसी हालत में पड़ा था।
पुलिस उसे अंबेडकर अस्पताल लेकर गई। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उमेश ने बताया कि कुछ दिन से उनका फ्रिज खराब था। जो काफी गर्म हो रहा था। उनलोगों ने उसे बंद कर दिया था। लेकिन सामान खराब न हो इसलिए उसे चला दिया था। परिवार का कहना है कि फ्रिज का कंप्रेशर फटा है। धमाके की आवाज पड़ोसियों ने सुनी है। वहीं पुलिस अधिकारी का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।