सिरसा में भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता बलदेव सिंह की दिन प्रतिदिन तबियत बिगड़ती नजर आ रही है
सिरसा में चार दिनों से लगातार भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता बलदेव सिंह की दिन प्रतिदिन तबियत बिगड़ती नजर आ रही है आपको बता दें कि 11 जुलाई को जब डिप्टी स्पीकर एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे तो किसानों द्वारा उनकी तय रणनीति के अनुसार उन्होंने विरोध किया उसी दौरान स्पीकर की गाड़ी के शीशे टूटे जिसके कारण कुछ किसानों पर देशद्रोह का मुक़दमा दर्ज कर उन्हें अरेस्ट किया गया,
जिन किसानों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया उन्हें छड़वाने व उनपर लगी धाराएं हटवाने के लिए सिरसा के किसान नेता बलदेव सिंह ने भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया,
आज चार दिनों से लगातार भूख हड़ताल चल रहे बलदेव सिंह ने आमरण अनशन पर रहने का निर्णय लिया है जिस पर प्रशासन अपनी भूमिका अलग से निभाता नजर आ रहा है किसानों और प्रशासन के बीच दो बार बातचीत विफल रही,
भूखहड़ताल पर चल रहे किसान बलदेव सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे शरीर मे अब इतनी शक्ति नही बची है कि मैं पत्रकार साथियों से बातचीत भविष्य में कर पाऊंगा वही उन्होंने कहा कि प्रसासन लगातार भूख हड़ताल खत्म करने का दबाव बना रहा है प्रसासन का कहना है कि अगर कल को मेरी मौत होती है तो उसका जिम्मा किसानों का होगा आज मैं कह रहा हु की मैं अपनी मर्जी से भूख हड़ताल पर बैठ हु उन किसानों के लिए जो अंदर बन्द है जब तक प्रशासन उन्हें नही छोड़ता मैं उठने वाले नही हु और कल को मुझे कुछ भी हुआ तो उसका परचा कृषी मंत्री, भारत के प्रधान मंत्री व ग्रह मंत्री पर दर्ज होगा न कि किसानों पर,
वही दूसरी और किसान नेता लखविंदर सिंह लखा व दलजीत सिंह के पिता का कहना है प्रसासन पूरी तरह से जिद पर अड़ा लेकिन सरकार व प्रशासन यह नही जानता है कि किसान किसी भी सूरत में पीछे हटने वाले नही है अब हम सरकार की बातों में आने वाले नही है ।