किसानों को अवशेष न जलाने के लिए किया जागरूक फसलों के अवशेष जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति होती है प्रभावित
किसानों को अवशेष न जलाने के लिए किया जागरूक
फसलों के अवशेष जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति होती है प्रभावित
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की टीम ने गांव आहुलाना में किसानों को गेहूं की फसल के अवशेष न जलाने के लिए जागरूक किया। विभाग की टीम ने गांव में फसल कटाई प्रयोग भी किया ताकि पूरे गांव में गेहूं की औसत पैदावार का पता लगाया जा सके। इस प्रयोग में औसत से कम पैदावार आने पर बीमा कंपनी घाटे की भरपाई के लिए किसानों को मुआवजा देती है।
गांव आहुलाना में किसानों से रूबरू होते हुए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सहायक तकनीकी प्रबंधक कृष्ण खासा ने कहा कि गेहूं की फसल के अवशेष जलाने के केवल नुकसान हैं फायदा एक भी नहीं है। फसल के अवशेष जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है और किसान के वे मित्र कीट भी आग में जलने से नष्ट हो जाते हैं जो फसलों को हानिकारक कीड़ों से बचाते हैं। एटीएम अंकेश ने कहा कि फसलों के अवशेष जलाने से पर्यावरण प्रदूषण भी बढ़ता है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ता है। अंकेश के अनुसार गांव में विभाग की टीम द्वारा गांव में गेहूं की औसत पैदावार का पता लगाने के लिए फसल कटाई प्रयोग भी किया गया। उन्होंने बताया कि फसल कटाई प्रयोग में पूरे गांव में फसल की पैदावार औसत से कम आने पर बीमा कंपनी द्वारा किसानों को घाटे की भरपाई के लिए मुआवजा दिया जाता है। इस अवसर पर फसल बीमा कंपनी के जिला प्रबंधक प्रवेश सिंह के साथ आकाश, देवेंद्र और संदीप कुमार आदि उपस्थित रहे।