JEE Main में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
सीबीआई ने जेईई मेन में फर्जीवाड़ा करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु, जमशेदपुर और इंदौर में कुल 19 स्थानों पर सीबीआई ने छापे मारी की। यह गिरोह एनआईटी के शीर्ष संस्थानों में नामांकन के लिए 12 से 15 लाख रुपए लेता था। सीबीआई ने 1 सितंबर को इस केस में एफआईआर दर्ज की थी।
सीबीआई के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि नोएडा के एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों ने जेईई मेन में अच्छी रैंकिंग का सिस्टम बना लिया था। इसके एजेंट कई प्रदेशों में फैले हैं। ये एजेंट जेईई मेन में कम रैंकिंग वाले उम्मीदवारों से संपर्क कर उन्हें बेहतर रैंक और टॉप संस्थान में एडमिशन देने का वादा करते थे। इसके बदले करीब 15 लाख रुपए लेते थे। एग्जाम में फॉड के लिए एफिनिटी के डायरेक्टरों ने सोनीपत के एक केंद्र में कुछ कर्मचारियों से साठगांठ कर रखा था।
अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित कई राज्यों के छात्रों ने जेईई मेन के परीक्षा के लिए सोनीपत को चुना था। परीक्षा सेंटर पर मौजूद ड्यूटी अफसर की मदद से संबंधित उम्मीदवार के कंप्यूटर का रिमोर्ट कंट्रोल लेते थे। वहीं कोई ओर उस छात्र की जगह प्रश्नों का जवाब देता था। सीबीआई को छापेमारी में 30 पोस्ट डेटेड चेक मिले हैं। वहीं छात्रों का 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, जेईई मेन का यूजर आईडी और पासवर्ड भी रखा जाता था। जिन्हें पूरा भुगतान होने के बाद लौटाया जाता था।