जले पर नमक छिड़क रही है सरकार!
किसान, मजदूर और व्यापारी तीनों एक-दूसरे के पूरक हैं। केंद्र व राज्य सरकार मिलकर तीनों को बर्बाद करने पर तुली हुई हैं। किसानों को उनकी फसल पर MSP की कोई लिखित गारंटी नहीं है। DAP खाद का रेट 1200रु से सीधे 1900रु कर दिया। वादा किसानों की आय दोगुनी करने का किया था और दोगुनी आय खाद बनाने वाली कंपनियों की बढ़ा रहे हैं। फ्लिपकार्ट व अमेजन जैसी कंपनियों को 140 एकड़ जमीन देकर छोटे व्यापारियों को खत्म करना चाहती है।
छोटे किसान और छोटे व्यापारी को खत्म करके बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाना चाहती है। सरकार किसानों को बर्बाद करके मजदूर और व्यापारी को भी तबाह करना चाहती है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा देने वाली किसान, मजदूर और व्यापारी के विनाश पर लगी हुई है। सरकार की नीतियों से हर वर्ग की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं और दूसरी तरफ अंबानी-अडानी की आमदनी लगातार बढ़ती जा रही है। सरकार की मंशा किसान, मजदूर और व्यापारी को तबाह करके बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने की है।