गोहाना : गोशाला द्वारा खुले में डाले जा रहे मृत पशु; गौ सेवको में रोष
गांव बलि ब्राह्मणान स्थित श्रीकृष्ण भगवान गोशाला द्वारा संचालित हड़वारे में खुले में मृत पशु डालने पर गौ सेवकों ने एतराज जताया। यहां से मांस के टुकड़े लेकर कुत्ते गांव तक पहुंच जाते हैं। इस पर गौ सेवकों ने हंगामा किया। फिलहाल गोशाला कमेटी ने मृत पशुओं को जेसीबी से गड्ढे खोद कर मिट्टी में दबाने का निर्णय लिया। अंतिम निर्णय बरोदा हलका के सभी गांवों की पंचायत बुलाकर लिया जाएगा।
गांव बलि ब्राह्मणान में पंचायत द्वारा गोशाला को पंचायती जमीन दी गई है। यहां पर हड़वारा बनाकर चारदीवारी की गई है। गोशाला में जो भी गोवंश मर जाता है उसे हड़वारे में डाल दिया जाता है। इसके लिए खरखौदा के एक व्यक्ति से बिना किसी शुल्क के अनुबंध किया गया है। वह मृत पशुओं को हड़वारे में खुले में डाल देता है। गांव बलि ब्राह्मणान के ग्रामीणों का आरोप है कि वह व्यक्ति खरखौदा से भी मृत पशुओं को लाकर यहां डालता है। मृत पशु खुले में डालने से कुत्ते मांस के टुकड़े लेकर गांव तक पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों द्वारा सूचना देने पर गोवंश सेवा दल सदस्य मौके पर पहुंचे और इस पर एतराज जताया। गोशाला कमेटी ने फिलहाल युवकों की मांग पर मृत पशुओं को जेसीबी से गड्ढे खोदवाकर दबा दिया। गोशाला कमेटी के अध्यक्ष मास्टर प्रेम सिंह ने कहा कि 13 व 14 जनवरी को गोशाला का वार्षिकोत्सव है। इसके बाद बरोदा हलका के सभी गांवों के लोगों की पंचायत बुलाई जाएगी। पंचायत में लोग जो निर्णय लेंगे उस पर अमल किया जाएगा।
गांव बलि ब्राह्मणान में पंचायत द्वारा गोशाला को पंचायती जमीन दी गई है। यहां पर हड़वारा बनाकर चारदीवारी की गई है। गोशाला में जो भी गोवंश मर जाता है उसे हड़वारे में डाल दिया जाता है। इसके लिए खरखौदा के एक व्यक्ति से बिना किसी शुल्क के अनुबंध किया गया है। वह मृत पशुओं को हड़वारे में खुले में डाल देता है। गांव बलि ब्राह्मणान के ग्रामीणों का आरोप है कि वह व्यक्ति खरखौदा से भी मृत पशुओं को लाकर यहां डालता है। मृत पशु खुले में डालने से कुत्ते मांस के टुकड़े लेकर गांव तक पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों द्वारा सूचना देने पर गोवंश सेवा दल सदस्य मौके पर पहुंचे और इस पर एतराज जताया। गोशाला कमेटी ने फिलहाल युवकों की मांग पर मृत पशुओं को जेसीबी से गड्ढे खोदवाकर दबा दिया। गोशाला कमेटी के अध्यक्ष मास्टर प्रेम सिंह ने कहा कि 13 व 14 जनवरी को गोशाला का वार्षिकोत्सव है। इसके बाद बरोदा हलका के सभी गांवों के लोगों की पंचायत बुलाई जाएगी। पंचायत में लोग जो निर्णय लेंगे उस पर अमल किया जाएगा।