Haryana: तीन साल पहले मृत समझ कर दिया था अंतिम संस्कार, वो शख्स निकला जिंदा, ऐसे .......

(K9 Media) जिसे मृत समझकर तीन वर्ष पहले परिवार ने क्रिया कर्म कर दिया था। उसे स्टेट क्राइम ब्रांच की टीम ने तलाश लिया। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला बरेली के गांव मझुआ निवासी 50 वर्षीय तेजपाल यहां सरस्वतीनगर के गांव मगरपुर स्थित निआसरे दा आसरा आश्रम में रह रहा था। मंगलवार को उसका परिवार यहां पर पहुंचा और उसे अपने साथ लेकर गया।
वीडियो कालिंग कर शिनाख्त कराई गई
स्टेट क्राइम ब्रांच यूनिट के इंचार्ज जगजीत सिंह ने बताया कि दो माह से वह तेजपाल के स्वजनों की तलाश में लगे हुए थे। उसकी काउंसलिंग में केवल मझुआ उत्तर प्रदेश का पता लग रहा था। इस गांव के बारे में पता लगाने में काफी समय लगा। जब गांव का पता लग गया, तो वहां के सरपंच से बात की। जिसके बाद उन्होंने तेजपाल के परिवार से बात कराई। वीडियो कालिंग कर शिनाख्त कराई गई। इसके बाद ही परिवार को यहां पर बुलाया गया।
प्रतापनगर में लावारिस हालात में मिला था तेजपाल
तेजपाल मानसिक रूप से बीमार है। तीन वर्ष पहले वह प्रतापनगर में लावारिस हालात में मिला था। उसके परिवार के बारे में काेई पता नहीं लगा। वह इधर उधर घूमता रहता था। फिर उसे निआसरे दा आसरा के संचालक जसकीरत सिंह आश्रम में लेकर आ गए। इसके बाद से ही वह यहां रह रहा था। वहीं से स्टेट क्राइम ब्रांच को पता लगा। जिसके बाद यूनिट इंचार्ज जगजीत सिंह ने उसकी काउंसलिंग कर नाम-पता जाना।
पत्नी बोली- कर दिया था क्रिया कर्म,देखकर मिली खुशी
तेजपाल की पत्नी ओमवती ने बताया कि तीन साल से कोई पता नहीं लग रहा था। जिस पर वह पति के मिलने की आस छोड़ चुकी थी। बच्चों ने क्रिया कर्म कर दिया था। जब उनके पास फोन आया और पति को देखा, तो खुशी से आंसू बहने लगा। उसका बेटा खुशी राम भी पिता को जिंदा देखकर बेहद खुश था। वह तेजपाल को अपने साथ ले गए।