अजय पहलवान ग्रुप से जुड़े युवाओं ने किया विनेश फोगाट को 11 लाख - 2 एकड़ जमीन देने का ऐलान
पानीपत के अजय पहलवान ग्रुप के युवाओं ने हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट को 11 लाख रुपये नकद और 2 एकड़ जमीन देने की घोषणा की हैं| युवाओं ने समालखा के आट्टा गांव में विनेश कुश्ती अकादमी खोलने का प्रस्ताव रखा। युवाओं का कहना है कि विनेश इस अकादमी के बच्चों को शोषण मुक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बना सकती हैं। दरअसल, विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक के फाइनल मैच से पहले 100 ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। विनेश ने इसके खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में शिकायत दर्ज की और मांग कि है कि उन्हें रजत पदक से सम्मानित किया जाए। विनेश की याचिका पर आज फैसला आ सकता है|
उनका कहना है ''सरकार ने पहलवान सुशील को जमीन दी है, हम विनेश को देंगे.''
समालखा की पंचवटी कॉलोनी के निवासी अजय ने बताया कि वह मूल रूप से देहरा गांव के रहने वाले है। जब उन्होंने विनेश फोगाट के निलंबन की खबर सुनी तब वह काफी परेशान हुए, उन्होंने जंतर-मंतर में भी विनेश का सहयोग किया था। उनका कहना है कि बेशक, भगवान को पेरिस ओलंपिक पदक स्वीकार नहीं हैं, लेकिन देश उनके साथ है। विनाश का दिल टूट गया है। पूरे देश को विनेश का सम्मान करना चाहिए और इस दुख की घड़ी में उनका साथ देना चाहिए। जब हमने विनेश को पीड़ित देखा तो हमने सोचा कि हम उसका समर्थन कैसे कर सकते हैं, इसलिए हम सभी युवा एक साथ आए और विनेश के नाम पर 11 लाख रुपये नकद एकत्र किए। यह भी घोषणा की गई कि अकादमी को दो हेक्टेयर भूमि दान में दी जाएगी। सरकार ने सुशील पहलवान के नाम ज़मीन दी थी| इस संदर्भ में, हमने भूमि दान करने का प्रस्ताव रखा।
परिवार से सलाह-मशवरा कर जमीन दे रहे
विनेश को दो एकड़ जमीन उपहार में देने वाले कुनाल ने कहा कि उनकी बेटी का हाल ही में जन्म हुआ है, वह चाहते है कि वह भी खेलों में आगे जाए, लेकिन विनेश की समस्याओं को देखते हुए उनका मन बहुत डरा हुआ है। विनेश का शोषण सबसे पहले जंतर-मंतर में हुआ था। उन्होंने परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानी और पेरिस में ओलंपिक खेलों में भाग लेने में सक्षम हुई, यहां भी उसका शोषण किया गया| अगर बेटियों के साथ ऐसा होता रहा, तो भविष्य में लड़कियों का क्या होगा? इसलिए परिवार से सलाह-मशवरा करने के बाद यह घोषणा की गई कि जमीन विनेश के नाम कर दी जाएगी| विनेश जब चाहेंगी, हम यहां अकादमी खोल देंगे और उस वक्त ज़मीन भी विनेश के नाम कर देंगे। हम चाहते हैं कि विनेश अगली पीढ़ी को अपने तरीके से तैयार करें।