भिवानी के गांव हरिपुर में घटी बड़ी घटना, ऐसे हुए एक मासूम बच्चे की मौत

भिवानी के गांव हरिपुर में ट्रैक्टर की टक्कर लगने से 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। बच्चा अपने पति से विवाद को लेकर अपनी मां के पास रह रहा था। जिसके बाद बच्चे की डेड बॉडी को लेकर आज विवाद हो गया। बच्चे की मां डेड बॉडी उसे देने की बात पर अड़ी हुई थी तो दूसरी तरफ करीब 11 साल बाद आया पिता डेड बॉडी पर अपना दावा करते हुए डेड बॉडी उसे दिए जाने की जिद पर अड़ा रहा। भिवानी के सामान्य अस्पताल में सालों से अलग-अलग रह रहे पति -पत्नी के बीच विवाद बना रहा। दिन भर चले विवाद के बाद गांव हरिपुर के मौजूद लोगों के कहने पर शव मृतक बच्चे के पिता को दिए जाने का समझौता हुआ।
भिवानी के गांव हरिपुर में रह रही मुकेश देवी ने बताया कि वह मूलरूप से गांव सिवाड़ा की बेटी है। करीब 15 साल पहले उसकी शादी रोहतक निवासी राजेश से हुई थी। राजेश से उसे दो बेटे हुए। दोनों पति-पत्नी के बीच विवाद होने पर करीब 11 साल पहले अपने दोनों बेटों मंगतू और आशीष को लेकर अपने मायके मां के घर आकर रहने लगी। बाद में वह अपने दोनों बेटों को लेकर गांव हरिपुर आकर पति से अलग रहने लगी। मेहनत मजदूरी करके दोनों बेटों को पालकर 11 व 13 साल का किया था।
अनहोनी घटना में एक ट्रैक्टर से कुचले जाने पर उसके छोटे बेटे आशीष की मौत हो गई। उसे भिवानी के सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक बच्चे की मां मुकेश ने बताया कि अब उसका बच्चा मर गया तो उसका पति आकर डेड बॉडी पर अपना अधिकार जमा रहा है। इस बीच पुलिस की भी कारवाई उलझी रही। मृतक बच्चे की मां व अन्य परिजन हादसे को लेकर अस्पताल परिसर में विलाप करते रहे। मृतक बच्चे के पिता राजेश ने बताया कि अब ग्रामीणों व पंचायत फैसले के बाद डेड बॉडी उसे दिए जाने की बात तय हो गई है। दूसरी तरफ अभी पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने में लगी हुई है।