विद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ संस्कार एवं नैतिक शिक्षा भी प्रदान करता है-ओएसडी वीरेंद्र बड़खालसा

गांव फरमाना स्थित है पैरामाउंट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी के ओएसडी वीरेंद्र बड़खालसा ने बच्चों जीवन में आगे बढ़ते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का गुरु मंत्र दिया। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ संस्कार एवं नैतिक शिक्षा का वातावरण भी प्रदान करता है। बच्चों को अच्छा नागरिक बनने में माता-पिता के बाद शिक्षण संस्थानों का अहम योगदान होता है।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों के सामाजिक कर्तव्य बोध का मूल्यांकन होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में संस्कार एवं अनुशान का पहला पाठ माता पिता से बच्चों को मिलता है और दूसरा पाठ विद्यालय से मिलता है। यह संस्कार और अनुशासन ही जीवन के अंतिम लक्ष्य तक हमारे काम आते हैं। कोई भी कितना बडा आदमी बन जाए यदि उसके जीवन में संस्कार नहीं है तो वह एक अच्छा इंसान नहीं बन सकता।
उन्होंने कहा कि बच्चे सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत करें। जो बच्चा ईमानदारी से मेहनत करता है उसे जीवन में अपना लक्ष्य जरूर प्राप्त होता है। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे सरकारी नौकरियां के अलावा स्वयं रोजगार स्थापित करने के लिए भी आगे बढ़े। सरकार द्वारा युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई है, जिनकी मदद से युवा अपना स्वरोजगार स्थापित कर देश को आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान प्रदान कर सकते हैं।