गोहाना : तेल कंपनी के अधिकारी तहसीलदार व पुलिस बलों के साथ पाइप लाइन बिछवाने पहुंचे
तेल कंपनी के अधिकारी रविवार को एसीपी सोमवीर देशवाल, नायब तहसीलदार अभिमन्यु के साथ भारी संख्या में पुलिस बलों के साथ गांव कोहला में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू करवाने पहुंचे। किसानों ने उनकी मांग पूरी होने तक काम शुरू करवाने पर एतराज जताया। किसानों ने अधिकारियों से 10 दिन का समय मांगा और अपनी मांग को लेकर उपायुक्त से मिलेंगे। इसके बाद अधिकारी वापस लौट गए।
एक तेल कंपनी द्वारा गुजरात से पानीपत में तेल की सप्लाई पहुंचाने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांवों के खेतों से पाइप लाइन बिछाई जा रही है। कंपनी द्वारा गांव कोहला, बनवासा समेत कई गांवों से पाइप लाइन बिछाई जानी है। किसान पाइप लाइन बिछाने पर मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं जबकि कंपनी द्वारा कलेक्टर रेट के अनुसार मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों ने इस पर पाइप लाइन बिछाने का विरोध कर रखा है और तीन अगस्त से गांव कोहला में धरना दे रहे हैं। किसानों और अधिकारियों के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन किसान उचित मुआवजा देने की मांग पर अड़े हुए हैं। रविवार को नायब तहसीलदार अभिमन्यु, एसीपी सोमबीर देशवाल, तेल कंपनी के अधिकारी भारी संख्या में पुलिस बल लेकर गांव कोहला पहुंचे और काम शुरू करवाने की कोशिश की। किसान नेताओं के अनुसार कुछ किसानों को हिरासत में ले लिया गया लेकिन बातचीत से मामला हल करने को कहा गया। इसके बाद किसानों ने धरनास्थल पर अधिकारियों से बातचीत की। किसानों ने दोबारा से मार्केट रेट के अनुसार मुआवजे की मांग दोहराई। किसानों ने कहा कि जहां से पाइप लाइन बिछाई जाती है वहां भविष्य में किसी तरह का निर्माण नहीं हो सकता है। इससे खेत की कीमत बहुत कम हो जाती है। किसानों ने कहा कि इसके लिए उनकी उपायुक्त के साथ बैठक करवाई जाए और 10 दिन के लिए समय मांगा। अधिकारियों ने कहा कि किसान कभी भी आएं उनकी उपायुक्त से बातचीत करवा दी जाएगी। इसके बाद अधिकारी पुलिस बलों के साथ वापस चले गए।
एक तेल कंपनी द्वारा गुजरात से पानीपत में तेल की सप्लाई पहुंचाने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांवों के खेतों से पाइप लाइन बिछाई जा रही है। कंपनी द्वारा गांव कोहला, बनवासा समेत कई गांवों से पाइप लाइन बिछाई जानी है। किसान पाइप लाइन बिछाने पर मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं जबकि कंपनी द्वारा कलेक्टर रेट के अनुसार मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों ने इस पर पाइप लाइन बिछाने का विरोध कर रखा है और तीन अगस्त से गांव कोहला में धरना दे रहे हैं। किसानों और अधिकारियों के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन किसान उचित मुआवजा देने की मांग पर अड़े हुए हैं। रविवार को नायब तहसीलदार अभिमन्यु, एसीपी सोमबीर देशवाल, तेल कंपनी के अधिकारी भारी संख्या में पुलिस बल लेकर गांव कोहला पहुंचे और काम शुरू करवाने की कोशिश की। किसान नेताओं के अनुसार कुछ किसानों को हिरासत में ले लिया गया लेकिन बातचीत से मामला हल करने को कहा गया। इसके बाद किसानों ने धरनास्थल पर अधिकारियों से बातचीत की। किसानों ने दोबारा से मार्केट रेट के अनुसार मुआवजे की मांग दोहराई। किसानों ने कहा कि जहां से पाइप लाइन बिछाई जाती है वहां भविष्य में किसी तरह का निर्माण नहीं हो सकता है। इससे खेत की कीमत बहुत कम हो जाती है। किसानों ने कहा कि इसके लिए उनकी उपायुक्त के साथ बैठक करवाई जाए और 10 दिन के लिए समय मांगा। अधिकारियों ने कहा कि किसान कभी भी आएं उनकी उपायुक्त से बातचीत करवा दी जाएगी। इसके बाद अधिकारी पुलिस बलों के साथ वापस चले गए।