Big Breaking: हरियाणा की बेटी ने रचा इतिहास, सेना में संभालेंगी मेजर की कमान
Big Breaking: हरियाणा के कैथल जिले के कलायत कस्बे की बेटी पायल छाबड़ा ने रचा इतिहास। बनी देश की पहली लड़की जिसने आर्मी में सर्जन होते हुए पेरा प्रोबेशन क्लियर किया है। पायल की पोस्टिंग फिलहाल लेह लद्दाख में है। उनके पिता डॉ राजेंद्र छाबड़ा जनसत्ता, जागरण में काम कर चुके हैं। अब पंजाब केसरी के लिए लिखते हैं। बेटी पर सभी को गर्व है।
पिता डा. राजेंद्र छाबड़ा और माता डा. वीना ने बताया कि पायल शुरू से ही भारतीय सेना चिकित्सा कोर में सेवाएं देने का लक्ष्य रखे थी। हर वर्ष महिला वर्ग के लिए इस सेवा में 30 पदों का प्रविधान रखा जाता है। अपनी काबिलियत के बल पर 13 जनवरी 2021 में 18वें रैंक के साथ वे सेना चिकित्सा कोर में चयनित हुई। उस दौरान वे करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कालेज में सीनियर रेजिडेंट के तौर पर तैनात थी। देश की सबसे ऊंचाई पर लेह लद्दाख में स्थित भारतीय सेना अस्पताल में वे इन दिनों कार्यरत हैं। डीसी प्रदीप दहिया ने भी बढ़ाया हौसला
बेटी डा. पायल को बेटे की तरह सुरक्षा के फ्रंट पर सेवा के प्रति प्रेरित करने पर उनकी माता डा. वीना छाबड़ा को डीसी प्रदीप दहिया ने आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मानित किया था। मेजर की उपलब्धि हासिल कर जिला कैथल का नाम रोशन करने पर भी डीसी ने परिवार को बधाई दी है। कलायत इलाका महिला शिक्षा के क्षेत्र में पीछे रहा है। इस स्थिति को चुनौती पूर्ण मानते हुए 21वीं सदी के आगाज पर वर्ष 2000 में महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 36 बिरादरी गंभीर हुई। इसके तहत श्री कपिल मुनि महिला कालेज की स्थापना हुई। सरकारी और निजी क्षेत्र में महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए व्यापक कदम उठाए गए।