देश के वीर सपूतों के बलिदानों के कारण ही आज हम ले रहे हैं खुली हवां में सांस-कृष्ण लाल पंवार
हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि देश के वीर सपूतों के बलिदानों के कारण ही आज हम आजादी की खुली हवां में सांस ले रहे हैं। हमारे वीर शहीदों व क्रांतिकारियों ने अपने जीवन के बारे में न सोचकर अपनी भारत माता की रक्षा करने के लिए अपने जीवन को न्यौछावर कर दिया ताकि हमारे देश को अग्रेजों से आजादी मिल सके। श्री पंवार मंगलवार को गांव शामड़ी में आयोजित 11 नंबरदार शहादत दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन काल में फांसी पर चढ़े 11 शहीद नंबरदारों को नमन करते हुए कहा कि इन सभी नंबरदारों ने देश की रक्षा करते हुए जो अपने प्राणों की आहूति दी है उसे हम कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने हमारे वीर सपूतों पर बहुत अत्याचार किए। उनके मन में बस एक ही सपना था कि कैसे हम अपनी भारत माता को अग्रेजों से आजाद करवाएं ताकि हमारा देश भी आजाद होकर तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ सके। इसलिए वे अग्रेजों से लड़ते-लड़ते शहीद हो गए।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उन क्रांतिकारियों की तरह देश के मान-सम्मान को बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। आज उनकी ही विदेश नीति है कि हमारे बच्चों को निकालने के लिए रूस और यूक्रेन को अपना युद्घ रोकना पड़ा ताकि किसी भारतीय को कोई नुकसान न पहुंचे। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों के कारण ही भारत का पूरे विश्व में ढंक बज रहा है। आज हर विकसित देश विकास के रास्ते पर आगे बढऩे के लिए भारत का साथ चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि भारत वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनेगा और मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस लक्ष्य को समय से पहले हासिल करेंगे।
कार्यक्रम में पहुंचे गन्नौर से विधायक देवेन्द्र कादियान ने उपस्थित युवाओं का आह्वïन किया कि देश की आजादी में अपनी जान की शहादत देने वाले क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें समाज व देश के उत्थान के लिए कार्य करने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है और हमारी रगो में उन क्रांतिकारियों का खून है जिन्होंने अग्रेजों के जुलुमों के सामने कभी हार नहीं मानी। आज हमें अपने अंदर की शक्ति को बाहर लाना होगा और देश के उत्थान के लिए कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि युवा वो शक्ति है जो किसी भी देश की तस्वीर व तकदीर बदल सकती है इसलिए हमेशा देश के विकास में सहयोगी बने ताकि हमारा देश ऐसे ही विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहे।
इस मौके पर गांव के सरपंच भुरू, सुनील तथा इंद्रपाल सहित गांव शामड़ी व आस पास क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
उन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन काल में फांसी पर चढ़े 11 शहीद नंबरदारों को नमन करते हुए कहा कि इन सभी नंबरदारों ने देश की रक्षा करते हुए जो अपने प्राणों की आहूति दी है उसे हम कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने हमारे वीर सपूतों पर बहुत अत्याचार किए। उनके मन में बस एक ही सपना था कि कैसे हम अपनी भारत माता को अग्रेजों से आजाद करवाएं ताकि हमारा देश भी आजाद होकर तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ सके। इसलिए वे अग्रेजों से लड़ते-लड़ते शहीद हो गए।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उन क्रांतिकारियों की तरह देश के मान-सम्मान को बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। आज उनकी ही विदेश नीति है कि हमारे बच्चों को निकालने के लिए रूस और यूक्रेन को अपना युद्घ रोकना पड़ा ताकि किसी भारतीय को कोई नुकसान न पहुंचे। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों के कारण ही भारत का पूरे विश्व में ढंक बज रहा है। आज हर विकसित देश विकास के रास्ते पर आगे बढऩे के लिए भारत का साथ चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि भारत वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनेगा और मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस लक्ष्य को समय से पहले हासिल करेंगे।
कार्यक्रम में पहुंचे गन्नौर से विधायक देवेन्द्र कादियान ने उपस्थित युवाओं का आह्वïन किया कि देश की आजादी में अपनी जान की शहादत देने वाले क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें समाज व देश के उत्थान के लिए कार्य करने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है और हमारी रगो में उन क्रांतिकारियों का खून है जिन्होंने अग्रेजों के जुलुमों के सामने कभी हार नहीं मानी। आज हमें अपने अंदर की शक्ति को बाहर लाना होगा और देश के उत्थान के लिए कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि युवा वो शक्ति है जो किसी भी देश की तस्वीर व तकदीर बदल सकती है इसलिए हमेशा देश के विकास में सहयोगी बने ताकि हमारा देश ऐसे ही विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहे।
इस मौके पर गांव के सरपंच भुरू, सुनील तथा इंद्रपाल सहित गांव शामड़ी व आस पास क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।