गोहाना : कैंटर ने बाइक को मारी टक्कर; तीन लोगो की हुई मौत
रोहतक-पानीपत हाईवे पर गोहाना में बाईपास पर कैंटर ने बाइक को टक्कर मार दी। बाइक पर सवार जीजा-साला और उनके दोस्त की मौत हो गई। वे गांव माहरा की तरफ होटल पर खाना खाने जा रहे थे। पुलिस ने कैंटर को कब्जे में लेकर चालक को गिरफ्तार कर लिया। शहर थाना गोहाना में मामला दर्ज किया गया। तीनों की मौत से परिवार में शादी की खुशी की जगह मातम छा गया।
गांव गढ़ी सराय नामदार खां के रमेश के तीन बेटे रवि, विक्की व रविंद्र और बेटी मनीषा है। रवि ने बताया कि रविवार को उसके छोटे भाई विक्की की शादी थी। इसी के चलते शनिवार को उसका जीजा गन्नौर में गांव खोजकीपुर अहीर माजरा का मोहित और उसकी बहन मनीषा उनके घर आए थे। शनिवार देर रात को जीजा मोहित, बड़ा भाई रविंद्र और दोस्त सन्नी बाइक पर घर से खाना खाने के लिए गांव माहरा की तरफ जा रहे थे। रात लगभग एक बजे वे रोहतक-पानीपत हाईवे के शहर के पास टी-प्वाइंट पर पहुंचे। टी-प्वाइंट से बाइक जैसे ही हाईवे पर गई तो रोहतक की तरफ से कैंटर तेज रफ्तार में आया और सीधी टक्कर मार दी। तीनों कैंटर बाइक को लगभग 100 मीटर दूर तक घसीटते हुए ले गया। घटना का पता लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस को बुलाकर उनको नागरिक अस्पताल गोहाना पहुंचाया। वहां पर चिकित्सक ने मोहित, रविंद्र और सन्नी को मृत घोषित कर दिया। रविवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया। एसआइ सत्यनारायण ने बताया कि कैंटर को जब्त कर लिया आया गया और चालक को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
इकलौते बेटे की नौकरी लगने से परिवार था खुश
मूल रूप से बिहार में छपरा जिले के गांव पैगा मित्रसेन के रहने वाले शंकर महत्व करीब 40 साल पहले गोहाना में आ गए थे। वे गांव गढ़ी सराय नामदार खां में परिवार के साथ रह रहे थे। उनकी चार बेटियां हैं जिनकी शादी की जा चुकी है। इकलौता बेटा सन्नी उसके बुढ़ापे का सहारा था और चार दिन पहले ही एक प्राइवेट बैंक में नौकरी लगी थी। इससे परिवार में सब खुश थे। दूसरी तरफ गांव गढ़ी सराय नामदार खां के रवि, विक्की और रविंद तीनों सगे भाई थे। विक्की की रविवार को शादी होनी थी। इसी बीच हादसे में भाई रविंद्र, जीजा मोहित और दोस्त सन्नी की मौत हो गई। इससे गांव में शादी की खुशी के बीच मातम पसर गया। रविंद्र पकड़े की दुकान पर नौकरी करता था और दो साल का बेटा सावन है। मोहित का एक साल का बेटा है और वह फैक्ट्री में काम करता था। सन्नी अपने पिता शंकर का इकतौला बेटा था और उसकी चार बहने हैं।