दीपेंद्र हुड्डा ने साधा भाजपा पर निशाना, दिया बड़ा बयान

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आज गाँव मुंडलाना में श्री कृष्ण वासुदेव गौशाला द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। गौवंश की जो दुर्गति इस सरकार के दौरान हुई है इससे पहले कभी नहीं हुई। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार गौवंश के लिए नाम मात्र का अनुदान देती है जो प्रति गौवंश के हिसाब से ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। आज के जमाने में इतनी कम राशि से गौवंश का पेट नहीं भरा जा सकता। उन्होंने कहा कि आसमान छूती महंगाई को ध्यान में रखकर सरकार को गौशालाओं में प्रति गाय के हिसाब से प्रतिदिन के आधार पर अनुदान बढ़ाकर देना चाहिए। उन्होंने बताया कि हरियाणा से लगते पड़ोसी राज्यों राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सरकारें गौवंश के लिए गौशालाओं को प्रतिदिन प्रति गाय के हिसाब से अनुदान राशि देती है। इस अवसर पर सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, बरोदा विधायक इंदुराज नरवाल मौजूद रहे।
सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि बीजेपी ने हरियाणा में साम-दाम-दंड-भेद, तंत्र-मंत्र-यंत्र का उपयोग करके सरकार बनाई है। ये मेनेज किया हुआ मैनडेट है। यही कारण है कि प्रदेश की जनता बीजेपी सरकार के 100 दिनों की कार्यशैली और आसमान पर पहुंचे अहंकार से दुखी है। लेकिन, यह भी सच है कि हरियाणा की जनता ने पूरे प्रदेश में कांग्रेस को भाजपा के बराबर मत प्रतिशत देकर मजबूत विपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है, इसे हम अच्छे से निभायेंगे। दीपेन्द्र हुड्डा ने विश्वास दिलाया कि सभी कांग्रेसजन प्रदेश के आम गरीब, किसान, नौजवान की आवाज़ उठाने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे और पहले की तरह ही हर वर्ग की समस्याओं को उठायेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मजबूत विपक्ष के रूप में भाजपा सरकार पर जनता से किये हर वादे को पूरा करने का दबाव बनाएगी।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में बीजेपी सरकार ने चुनाव के समय जनता से तमाम वादे किये थे लेकिन 100 दिन बीतने के बाद भी उनमें से कोई वादा पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश में हुए विधान सभा चुनाव के समय महिलाओं को प्रतिमाह ₹2,100 देने, हर घर गृहणी योजना तहत ₹500 में सिलेंडर देने, किसानों की उपज को MSP पर खरीदने, 2 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी, 5 लाख युवाओं के लिए रोजगार के अवसर जैसे तमाम वादे किये। किसानों को मंडियों में अपनी उपज को घाटे में बेचना पड़ रहा है।