डीसीआरयूएसटी मुरथल में बड़ी धूमधाम से हुआ जिला युवा महोत्सव का आगाज
दीन बंधू छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल(डीसीआरयूएसटी) स्थित सभागार में सोमवार को बड़ी धूमधाम से जिला युवा महोत्सव का आगाज हुआ। डीसीआरयूएसटी मुरथल के कुलपति प्रो0 श्री प्रकाश सिंह ने बतौर मुख्यातिथि द्वीप प्रज्जवलित कर दो दिन तक चलने वाले जिला युवा महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने महोत्सव में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत गर्व और सम्मान की बात है कि आज हम इस जिला युवा महोत्सव में आपके साथ हैं, जिसका विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंच प्राण पर आधारित है। ये पंच प्राण हैं हमारे आत्मनिर्भर भारत के संकल्प, हमारी सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान, और हमारे देश की प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। ये सिद्धांत केवल व्यक्तिगत सफलता ही नहीं, बल्कि एक समृद्ध राष्ट्र के निर्माण की दिशा में भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज हम इस भावना का जश्न विभिन्न जीवन कौशल प्रतियोगिताओं के माध्यम से मना रहे हैं, जैसे कि वाद-विवाद, कविता, फोटोग्राफी, कहानी लेखन और चित्रकला। ये प्रतियोगिताएं आपकी रचनात्मकता, आत्म-अभिव्यक्ति और अलग-अलग दृष्टिकोणों को साझा करने के लिए महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती हैं। ये कौशल न केवल आपके व्यक्तिगत विकास के लिए बल्कि समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए भी आवश्यक हैं। उन्होंने युिवाओं का आह्वïान किया कि सभी युवा इन प्रतियोगिताओं में पूरे जोश के साथ भाग लें, क्योंकि ये जीवन के महत्वपूर्ण उपकरण हैं।
कुलपति ने कहा कि इस महोत्सव का एक विशेष आकर्षण हमारा विज्ञान मेला है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवाचार, विशेषकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स पर केंद्रित है। ये क्षेत्र न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स में हो रहे प्रगति से हम स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, उद्योग और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में बदलाव देख रहे हैं। यह एक रोमांचक दौर है, जहाँ हमारे युवा सीखकर, नवाचार करके और समस्याओं के नए समाधान खोजकर नेतृत्व कर सकते हैं। मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि इस अवसर का लाभ उठाएं, जिज्ञासु बनें और उन प्रौद्योगिकियों के साथ जुड़ें जो हमारे भविष्य को आकार देने वाली हैं।
उन्होंने कहा कि इन शैक्षिक और कौशल आधारित कार्यक्रमों के साथ, हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव मनाने का अवसर भी प्राप्त हो रहा है। समूह लोक नृत्य और गीत, साथ ही एकल लोक प्रस्तुतियाँ, हमें हमारी जड़ों से जोड़ती हैं और हमारी संस्कृति की विविधता को प्रदर्शित करती हैं। मुझे गर्व है कि हमारे युवा इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, उसमें अपनी ऊर्जा और नया उत्साह जोड़ते हुए। उन्होंने उपस्थित सभी युवा प्रतिभागियों से कहा कि आज का दिन आपके लिए है। यह आपके हुनर को निखारने, एक-दूसरे से सीखने और अपने सपनों को साकार करने का अवसर है। भविष्य आपके हाथों में है, और मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं। इन गतिविधियों में भाग लेते हुए, पंच प्राण को अपने दैनिक जीवन में अपनाएं, ताकि केवल अपनी सफलता ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की उन्नति में भी योगदान कर सकें। उन्होंने महोत्सव को सफल बनाने में योगदान करने वाले अधिकारियों व प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं आशा करता हूँ कि हमारे युवाओं की रचनात्मकता, बुद्धिमता और जोश यहाँ पूर्ण रूप से प्रदर्शित होंगे। चलिए इस महोत्सव को सभी के लिए एक यादगार अनुभव बनाते हैं।
महोत्सव में जिला युवा समन्वयक अधिकारी एवं आईटीआई सोनीपत के प्रिंसिपल विक्रम सिंह ने महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवा महोत्सव हरियाणा में विलुप्त होती लोक कला को संजोने के लिए एक सकारात्मक पहल है। महोत्सव का आयोजन प्रत्येक वर्ष प्रतिभाशाली युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करने के लिए किया जाता है। किसी भी राष्ट्र का भविष्य एवं प्रगति युवाओं की प्रतिभा पर निर्भर करती है।
उन्होंने बताया कि महोत्सव में युवाओं की समूह नृत्य व लोक गीत, एकल लोक नृत्य एवं गीत, कहानी लेखन, पोस्टर मेकिंग, भाषण, फोटोग्राफी तथा साईंस प्रोजेक्ट व मोडल आदि विषय पर प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जा रही है। इसके साथ ही युवा महोत्सव के दौरान युवा छात्र व छात्राएं सांस्कृतिक कार्यक्रम में एकल लोक नृत्य, एकल लोक गीत, समूह लोक नृत्य तथा समूह लोकगीतों की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। उन्होंने बताया कि 19 नवंबर को प्रात:कालीन सत्र में गन्नौर विधायक देवेंद्र कादयान तथा सायंकालीन सत्र में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। उनके साथ कार्यक्रम में सोनीपत से विधायक निखिल मदान भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान युवाओं ने ऐसी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी कि सभागार उनके गीतों से गूंज उठा और चारों तरफ युवा झूमते नजर आए। इस दौरान कुलपति ने छात्रों द्वारा लगाई गई विज्ञान प्रदर्शनी व आयोजित की जा रही पेंटिंग प्रतियोगिता का भी अवलोकन किया। युवा महोत्सव में डॉ० ज्योति राज ने भी हरियाणवी कविता से युवाओं को बताया कि हम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए किस प्रकार पुरानी परंपराओं को भूल रहे हैं।
इस मौके पर डीसीआरयूएसटी के डिप्टी रजिस्ट्रार जगमेन्द्र ङ्क्षसह, प्रो० विजय शर्मा, खरखौदा आईटीआई के प्रिंसिपल संदीप अहलावत, गोहाना आईटीआई के प्रिंसिपल अजय खोखर, प्रिंसिपल सुरेन्द्र मलिक, एनसीसी अधिकारी मेजर संजय श्योराण, लाईब्रेरियन सुनील कुमारी, पुरुषोत्तम, सुरेश ढांडा, सहदेव पाराशर, सुनील मालिक, रामकुमार, सीमा देवी, ज्योति, मूर्ति, कीर्ति सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।