आने वाले समय में नायब सैनी सरकार को याद करेगा डीएससी समाज: डॉ अरविंद शर्मा
सहकारिता, कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा है कि डीएससी समाज को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार सरकारी नौकरी में आरक्षण को हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व की भाजपा सरकार द्वारा अक्षरशः लागू करने को डीएससी समाज आने वाले समय में याद रखेगा, जो उन्होंने इस समुदाय को मुख्यधारा में लाने का रास्ता खोला है। उन्होंने समाज के प्रबुद्धजनों से आह्वान किया कि वो बच्चों की बेहतर शिक्षा पर फोकस करें, ताकि उनका भविष्य बेहतर हो सके।
सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा रविवार सांय सेक्टर 7 स्तिथ कम्युनिटी सेंटर में डूम समाज कल्याण सभा द्वारा आयोजित 5वें मेधावी छात्र पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यातिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व की सरकार आपकी भलाई में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि डूम समाज के साथ हमारी वोट की भावना नहीं जुड़ी है, बल्कि समाज के साथ प्यार, प्रेम और संस्कार का भाव जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि डूम-मिरासी समाज सभी समुदाय के साथ मिलकर चलने वाला समाज है। उनकी अनोखी कला के चलते खुद मुख्यमंत्री नायब सैनी भी समाज का बड़ा सम्मान करते हैं और उन्होंने समाज के प्रबुधजनों को संत कबीर कुटीर चंडीगढ़ बुलाकर न केवल सम्मान किया था, बल्कि उनकी प्रदेश में किसी स्थान पर धर्मशाला बनाने की घोषणा की थी। अगर समाज के लोगों को सामूहिक तौर पर सहमति होगी तो वो खुद मुख्यमंत्री के सामने धर्मशाला को गोहाना में बनवाने की बात रखेंगे।
कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हर समाज को बराबर लेकर चलते हैं और अब कोई छोटा या बड़ा नहीं है। आज हरियाणा ही नहीं, बल्कि देश एक साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अंत्योदय भाव के साथ हर वर्ग को साथ लेकर काम किया जा रहा है। हमारी सरकार प्रदेश में 2 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लिए संकल्पित है। उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि वो बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करें, अच्छा पढ़कर बच्चे अपना रास्ता खुद चुने और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
इस अवसर पर भाजपा वरिष्ठ नेता प्रदीप सांगवान, डीएससी समाज नेता स्वामी स्वदेश कबीर, डूम समाज कल्याण सभा प्रधान सुनील गंगसीना, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष बलराम कौशिक, पीजीआई निदेशक डॉ जगदीश चन्द्र दुरेजा, धुलाराम प्रधान, डॉ ओमप्रकाश शर्मा समेत बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।