गोहाना : गांव कोहला में धरनास्थल पर किसानों ने की पंचायत; मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा देने की मांग
मंगलवार को किसानों ने गांव कोहला में धरनास्थल पर पंचायत की। किसानों ने तेल सप्लाई की पाइप लाइन बिछाने पर कलेक्टर रेट की जगह मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा देने की मांग की। मांग पूरी होने तक पाइप लाइन बिछाने के काम को बंद किया जाए। पंचायत में निर्णय लिया कि कमेटी जल्द मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलकर किसानों का पक्ष रखेगी। किसानों ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री उनकी मांग को गंभीरता से लेकर पूरा करवाएंगे। कमेटी भाजपा नेता प्रदीप सांगवान के साथ प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से मिलकर मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय लेंगे।
पंचायत की अध्यक्षता बुटाना बारहा के अध्यक्ष राजेंद्र कुंडू ने की। किसानों ने कहा कि कंपनी पुलिस और प्रशासन की सहायता लेकर किसानों पर दबाव बनाकर काम करवा रही है। जिन खेतों से तेल सप्लाई की पाइप लाइन बिछा दी जाती है उसके आसपास में किसान किसी तरह का निर्माण नहीं कर सकते हैं। लाइन बिछाने के बाद खेत की कीमत बहुत कम हो जाती है। ऐसे में किसानों को मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा मिलना चाहिए। किसानों ने कहा कि जब तक कंपनी तेल की पाइप लाइन बिछाने की एवज में किसानों को मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा नहीं देती है तब काम बंद किया जाए। किसानों की कमेटी ने विचार विमर्श करने के बाद फैसला सुनाया। बुटाना बारहा के अध्यक्ष राजेंद्र कुंडू ने कहा कि उनकी सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत हो गई है। दो-तीन दिन में कमेटी मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलकर किसानों का पक्ष रखेगी। मुख्यमंत्री किसी को नाराज नहीं करते हैं और किसानों की मांग पूरी करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात होने के तक पाइप लाइन बिछाने का काम बंद करवा दिया जाएगा। कमेटी बहुत जल्द भाजपा के बरोदा हलका से पूर्व प्रत्याशी प्रदीप सांगवान के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से मिलेगी और मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा जाएगा। इस पर किसान सहमत हो गए। कमेटी ने निर्णय लिया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात में अगर कोई हल नहीं निकला तब दोबारा पंचायत बुलाकर आंदोलन के लिए अगला निर्णय लिया जाएगा।
पंचायत की अध्यक्षता बुटाना बारहा के अध्यक्ष राजेंद्र कुंडू ने की। किसानों ने कहा कि कंपनी पुलिस और प्रशासन की सहायता लेकर किसानों पर दबाव बनाकर काम करवा रही है। जिन खेतों से तेल सप्लाई की पाइप लाइन बिछा दी जाती है उसके आसपास में किसान किसी तरह का निर्माण नहीं कर सकते हैं। लाइन बिछाने के बाद खेत की कीमत बहुत कम हो जाती है। ऐसे में किसानों को मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा मिलना चाहिए। किसानों ने कहा कि जब तक कंपनी तेल की पाइप लाइन बिछाने की एवज में किसानों को मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा नहीं देती है तब काम बंद किया जाए। किसानों की कमेटी ने विचार विमर्श करने के बाद फैसला सुनाया। बुटाना बारहा के अध्यक्ष राजेंद्र कुंडू ने कहा कि उनकी सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत हो गई है। दो-तीन दिन में कमेटी मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलकर किसानों का पक्ष रखेगी। मुख्यमंत्री किसी को नाराज नहीं करते हैं और किसानों की मांग पूरी करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात होने के तक पाइप लाइन बिछाने का काम बंद करवा दिया जाएगा। कमेटी बहुत जल्द भाजपा के बरोदा हलका से पूर्व प्रत्याशी प्रदीप सांगवान के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से मिलेगी और मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा जाएगा। इस पर किसान सहमत हो गए। कमेटी ने निर्णय लिया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात में अगर कोई हल नहीं निकला तब दोबारा पंचायत बुलाकर आंदोलन के लिए अगला निर्णय लिया जाएगा।