गोहाना : कोहला में किसानो ने पाइप लाइन बिछाने का किया विरोध; 42 किसान हिरासत में
किसानों ने बुधवार को गांव कोहला में तेल सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का दोबारा विरोध कर दिया। किसान पंचायत करके काम रुकवाने के लिए पोकलेन मशीन के सामने अड़ गए। कुछ किसान मशीन पर भी चढ़ गए। प्रशासन और पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए किसानों को मशीन के सामने से हटाया और लगभग 42 किसानों और किसान संगठनों के नेताओं को हिरासत में ले लिया। प्रशासन ने दोबारा से काम शुरू करवाया। किसान संगठनों के नेताओं ने गुरुवार को फिर से पंचायत बुलाने का एलान किया।
मंगलवार को प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल को साथ गांव कोहला में तेल सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछवाने का काम शुरू कर दिया था। किसानों ने काम करने पर विरोध जताया था, जिस पर 24 किसानों को हिरासत में लेने के कुछ घंटे बाद छोड़ दिया था। इस पर बुधवार को किसान नेताओं ने गांव कोहला में पंचायत बुलाने का निर्णय लिया था। बुधवार को किसानों ने पंचायत की। अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर बलबीर, किसान कामगार अधिकार मोर्चा के संयोजक सतेंद्र लोहचब, भारतीय किसान यूनियन के युवा के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद धरने पर पहुंचे। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार और प्रशासन किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहा है और जबरन काम शुरू करवा रहा है। नेताओं ने कहा कि प्रशासन बताए किसानों की मांगों पर अब तक क्या किया गया। दोपहर लगभग तीन बजे किसान एकत्रित होकर पोकलेन मशीन के सामने पहुंचे और काम रुकवा दिया। कुछ किसान मशीन पर चढ़ गए। इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट की निगरानी ने पुलिस ने कार्रवाई करते हुए किसानों को मशीन के सामने से हटाकर हिरासत में लेना शुरू किया। पुलिस कर्मी किसानों को पकडक़र और उठा कर ले गए और सरकारी वाहनों में बैठाया। लगभग 42 महिला और पुरुष किसान हिरासत में लिया गया और उनको बरोदा थाना ले जाया गया। किसानों को मशीनों से सामने से हटवाकर काम शुरू करवा गया। गौरतलब है कि एक तेल कंपनी द्वारा गुजरात से पानीपत रिफाइनरी में तेल की सप्लाई पहुंचाने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांवों के खेतों से पाइप लाइन बिछाई जा रही है। काफी गांवों में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। गांव कोहना में कई गांवों के किसान किसान पाइप लाइन बिछाने पर मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा देने की मांग को लेकर तीन अगस्त से धरना दे रहे हैं। अब पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती करते काम शुरू करवा दिया है।
अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर बलबीर ने कहा कि किसानों की मांग जायज है लेकिन सरकार प्रशासन व पुलिस की आड़ लेकर उनको दबा रही है। बातचीत का रास्ता न अपनाकर किसानों को डराने की कोशिश की जा रही है। गुरुवार सुबह 10 बजे दोबारा गांव कोहला में पंचायत होगी, जिसमें आगामी निर्णय लिया जाएगा।
मंगलवार को प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल को साथ गांव कोहला में तेल सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछवाने का काम शुरू कर दिया था। किसानों ने काम करने पर विरोध जताया था, जिस पर 24 किसानों को हिरासत में लेने के कुछ घंटे बाद छोड़ दिया था। इस पर बुधवार को किसान नेताओं ने गांव कोहला में पंचायत बुलाने का निर्णय लिया था। बुधवार को किसानों ने पंचायत की। अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर बलबीर, किसान कामगार अधिकार मोर्चा के संयोजक सतेंद्र लोहचब, भारतीय किसान यूनियन के युवा के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद धरने पर पहुंचे। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार और प्रशासन किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहा है और जबरन काम शुरू करवा रहा है। नेताओं ने कहा कि प्रशासन बताए किसानों की मांगों पर अब तक क्या किया गया। दोपहर लगभग तीन बजे किसान एकत्रित होकर पोकलेन मशीन के सामने पहुंचे और काम रुकवा दिया। कुछ किसान मशीन पर चढ़ गए। इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट की निगरानी ने पुलिस ने कार्रवाई करते हुए किसानों को मशीन के सामने से हटाकर हिरासत में लेना शुरू किया। पुलिस कर्मी किसानों को पकडक़र और उठा कर ले गए और सरकारी वाहनों में बैठाया। लगभग 42 महिला और पुरुष किसान हिरासत में लिया गया और उनको बरोदा थाना ले जाया गया। किसानों को मशीनों से सामने से हटवाकर काम शुरू करवा गया। गौरतलब है कि एक तेल कंपनी द्वारा गुजरात से पानीपत रिफाइनरी में तेल की सप्लाई पहुंचाने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांवों के खेतों से पाइप लाइन बिछाई जा रही है। काफी गांवों में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। गांव कोहना में कई गांवों के किसान किसान पाइप लाइन बिछाने पर मार्केट रेट के अनुसार मुआवजा देने की मांग को लेकर तीन अगस्त से धरना दे रहे हैं। अब पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती करते काम शुरू करवा दिया है।
अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर बलबीर ने कहा कि किसानों की मांग जायज है लेकिन सरकार प्रशासन व पुलिस की आड़ लेकर उनको दबा रही है। बातचीत का रास्ता न अपनाकर किसानों को डराने की कोशिश की जा रही है। गुरुवार सुबह 10 बजे दोबारा गांव कोहला में पंचायत होगी, जिसमें आगामी निर्णय लिया जाएगा।