Haryana Bjp: हरियाणा में बीजेपी की दो लोकसभा सीटों पर पोजीशन कमजोर, जानिए क्या है चुनावी रणनीति?
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर अपना खाका तैयार कर लिया है। इससे जुड़ी योजना को फाइनल करने के मकसद से ही पंचकूला में पिछले हफ्ते BJP कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई थी। इस मीटिंग में पार्टी नेताओं से हरियाणा में लोकसभा की सभी 10 सीटें जीतने के लिए इनपुट लिए गए। बैठक में तमाम नेताओं से जो सुझाव आए, उन्हें अमलीजामा पहनाने के लिए सामूहिक रूप से माथापच्ची भी की गई।
लगभग 2 घंटे के गहन मंथन के बाद, बैठक में शामिल सरकार के प्रतिनिधियों से दोटूक कह दिया गया कि 2019 की तरह हरियाणा में क्लीन-स्वीप करने के लिए धरातल पर काम नजर आना चाहिए। इसलिए अब कोई नई घोषणा करने की जगह पुरानी घोषणाओं को तेजी से पूरा करने पर फोकस किया जाए। जमीन पर काम करके ही पब्लिक को सही मैसेज दिया जा सकेगा।
दरअसल, हरियाणा में कई बड़े प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिनकी घोषणाएं तो बहुत पहले की जा चुकी हैं लेकिन ग्राउंड पर काम अभी शुरू नहीं हो पाया है। चुनाव के दौरान विपक्ष इन्हें मुद्दा न बना पाए, इसलिए पार्टी इनका काम तेजी से शुरू कराना चाहती है।
चार दिन पहले पंचकूला में भाजपा की कोर कमेटी की मीटिंग हुई। इसी मीटिंग में लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर खाका तैयार किया गया।
पोर्टल सिस्टम पर कांग्रेस को काउंटर करने की रणनीति
हरियाणा BJP की कोर कमेटी की मीटिंग में पोर्टल सिस्टम से जुड़ा मुद्दा भी जोर-शोर से उठा। विपक्ष, खासकर कांग्रेस इसे लेकर मनोहर सरकार पर हमलावर है। इनमें भी प्रॉपर्टी आईडी का मसला सबसे ज्यादा लोगों से जुड़ा मुद्दा है। प्रॉपर्टी आईडी को लेकर पोर्टल पर आने वाली दिक्कतों के बारे में भाजपा के कई नेता खुद भी आवाज उठा चुके हैं।
कोर कमेटी की मीटिंग में शामिल सारे नेता इस बात पर एकराय थे कि चुनाव से पहले प्रॉपर्टी आईडी से जुड़ी तमाम पेंडिंग शिकायतों को तेजी से निपटाया जाए।
टिकट के दावेदारों को दें योजनाओं के प्रचार का टास्क
लोगों से जुड़ी केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी धरातल तक पहुंचाने की जरूरत भी इस मीटिंग में जताई गई। हालांकि कई नेताओं ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा इसमें काफी कारगर सिद्ध हो रही है।
कोर कमेटी की मीटिंग में यह सुझाव भी आया कि प्रदेश के तमाम इलाकों में BJP के टिकट पर जितने भी लोग चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, उन्हें केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी आम पब्लिक को पहुंचाने का स्पेशल टास्क दिया जाए और इसकी बारीकी से मॉनिटरिंग हो। जो लोग इसमें अच्छा काम करें, उनके नामों को टिकट बंटवारे के समय कंसीडर किया जाए।
पन्ना प्रमुखों की पेंडिंग मीटिंग जल्द कराने की जरूरत
किसी भी राज्य में BJP के चुनाव जीतने में सबसे अहम रोल पन्ना प्रमुख निभाते हैं। हरियाणा भाजपा की कोर कमेटी की मीटिंग में भी पन्ना प्रमुखों पर बात हुई। BJP की स्टेट बॉडी की तरफ से मीटिंग में बताया गया कि राज्य की 90 में से 71 विधानसभा सीटों पर पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन हो चुके है। 19 विधानसभा सीटों पर यह सम्मेलन पेंडिंग है।
इस पर दिल्ली से पहुंचे सीनियर नेताओं ने कहा कि BJP की चुनावी रणनीति में- पन्ना प्रमुख, शक्ति केंद्र और बूथ प्रमुख- तीन सबसे अहम कड़ियां हैं। हाल में जिन तीन राज्यों में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की, उनमें पन्ना प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रमुख और बूथ प्रमुखों का अहम रोल रहा। चूंकि लोकसभा चुनाव में बमुश्किल 3 महीने ही बचे हैं इसलिए बचे हुए 19 विधानसभा हलकों में पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन जल्दी से जल्दी पूरे कर लिए जाएं।
रोहतक से सांसद अरविंद शर्मा।
रोहतक-सिरसा सीट पर सबसे ज्यादा फोकस
हरियाणा में लोकसभा की 10 और विधानसभा की 90 सीटें हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के दौरान BJP ने लोकसभा की 7 सीटें जीती थी। उस समय सिरसा-हिसार सीट पर इनेलो और रोहतक में कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा जीते थे। 2014 में ही लोकसभा चुनाव के 6 महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर 47 सीटें जीत कर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई।
इसके 5 साल बाद, 2019 के लोकसभा चुनाव में BJP ने राज्य की 10 में से 10 सीटें जीती। लेकिन 6 महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी सिर्फ 40 सीटों पर सिमट गई।
2019 जैसा कुछ इस बार न हो, इसके लिए भाजपा अभी से पूरी प्लानिंग के तहत काम कर रही है। इस बार पार्टी को रोहतक और सिरसा लोकसभा सीट पर अपनी स्थिति थोड़ी कमजोर दिख रही है। इसलिए यहां पार्टी के सीनियर नेताओं का पूरा फोकस है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद सिरसा और रोहतक सीट पर दो बड़े आयोजन में शामिल हो चुके हैं।