Haryana Congress: कांग्रेस सरकार बनाएगी गुड़गांव से फरीदाबाद की मेट्रो लाइन, पलवल तक पहुंचेगी मेट्रो- हुड्डा
अपने संबोधन में हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी। ऐसे में पार्टी के नए कार्यक्रम ‘घर-घर कांग्रेस’ के तहत कार्यकर्ता जनता के बीच जाएं और उसे बताएं कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार क्या-क्या कार्य करेगी। मेट्रो विस्तार के साथ-साथ रोजगार सृजन पर कांग्रेस का विशेष जोर रहेगा। क्योंकि मौजूदा सरकार ने हरियाणा को बेरोजगारी में नंबर वन बना दिया है। बीजेपी-जेजेपी सरकारी विभागों में खाली पड़े 2 लाख पदों को भरने की बजाय कौशल निगम के जरिए विदेश में युवाओं को भेजना चाहती है। ठेके वाली कच्ची नौकरियां के नाम पर पढ़े-लिखी युवाओं का शोषण किया जा रहा है।
लेकिन हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर सभी खाली पदों को पक्की भर्तियां होंगी। जिन 11,000 सफाई कर्मियों को कांग्रेस सरकार के समय नियुक्त किया था, उनके समेत तमाम चौकीदार और मनरेगा मेट को पक्का किया जाएगा। इसके अलावा बुजुर्गों को ₹6000 बुढ़ापा पेंशन, कर्मचारियों को पुरानी पेंशन, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, ₹500 में गैस सिलेंडर, 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट, एससी-ओबीसी व गरीब बच्चों को वजीफा भी दिया जाएगा। हुड्डा ने कहा कि सत्ता परिवर्तन की लड़ाई शुरू हो चुकी है। तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पूरी मेहनत, जोश और जज्बे के साथ यह लड़ाई लड़नी है।
चौधरी उदयभान ने कहा कि पार्टी और उसकी नीतियों का प्रचार करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रहनी चाहिए। प्रत्येक कांग्रेसी को अपने घर पर कांग्रेस का झंडा और व्हीकल पर स्टीकर लगाना है। युवाओं को सोशल मीडिया पर विशेष ध्यान देना है। लोगों को बताना है कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान हरियाणा में विकास के कौन-कौन से कार्य हुए। कांग्रेस सरकार के दौरान साढे 81 किलोमीटर तक मेट्रो लाइन हरियाणा में बिछी। जबकि मौजूदा सरकार ने 1 इंच भी मेट्रो को आगे नहीं बढ़ाया। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान हरियाणा में 4 बड़े बिजली के कारखाने और एक न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थापित हुआ। जबकि मौजूदा सरकार ने एक यूनिट भी बिजली पैदा करने का काम नहीं किया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हुड्डा सरकार के प्रदेश में 12 यूनिवर्सिटी और 6 मेडिकल कॉलेज बने। फरीदाबाद की बात की जाए तो ग्रेटर फरीदाबाद, वाईएमसीए यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज और आईएमटी स्थापित हुई। लेकिन भाजपा कार्यकाल के दौरान फरीदाबाद में पहले से स्थापित छोटे और बड़े उद्योग पलायन करने लगे और नया निवेश आना बंद हो गया। इसके चलते युवा बेरोजगारी की दलदल में फंस गए। इतना ही नहीं मौजूदा सरकार द्वारा 5000 झुग्गियों पर बुलडोजर चलाकर गरीबों को बेघर किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सरकार की इन कारगुजारियों के बारे जनता को अवगत करवाना है।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने फरीदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार लोगों के विश्वास से नहीं विश्वासघात से बनी है। अपनी बात को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का मतलब पूरा मंत्रीमंडल। 2019 के चुनाव में जनता ने बीजेपी सरकार के अधिकांश मंत्रियों को हराकर वापस घर भेज दिया था। इनमें प्रमुख रूप से रामविलास शर्मा, ओमप्रकाश धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु, कविता जैन, मनीष ग्रोवर, कृष्ण पँवार आदि शामिल थे। 2019 का चुनाव जनता ने भाजपा सरकार को भी हरा दिया और पार्टी को भी हरा दिया था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला बड़े अंतर से चुनाव हारे। जहां तक मुख्यमंत्री की बात है उनकी जीत अल्पमत की जीत थी। करनाल में बहुमत ने वोट ही नहीं डाला। हरियाणा के 90 हलकों में से सबसे कम वोट यानी 49% करनाल में पड़ा और आश्चर्य की बात ये है कि सबसे ज्यादा नोटा भी करनाल में दबा। दूसरी ओर, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के 90 हलकों में से सबसे ज्यादा वोटों से जीते। अगर जेजेपी प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात नहीं करती तो आज प्रदेश में बीजेपी सरकार नहीं होती। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कार्यकर्ताओं को फरीदाबाद की सभी 9 सीटों पर कांग्रेस को जिताने का आवाह्न किया। इन्होंने भी संबोधन किया फरीदाबाद प्रभारी एवम उप नेता विपक्ष आफताब अहमद, विधायक नीरज शर्मा, रघुवीर तेवतिया, शारदा राठौर, राज कुमार वाल्मीकि, विजय प्रताप, लखन सिंगला, मुनीश शर्मा, जेपी नागर, अशोक अरोड़ा, मनोज नागर, अब्दुल गफ़ार कुरेशी, योगेश गोड, ठाकुर राजा राम, गिरीश भारद्वाज, जगह डागर, तरुण तेवतिया, सुमित गोड़, नितिन सिंगला, गुलशन बग्गा, वेदपाल दत्ता, मुकेश भट्ट, लक्षण तंवर, हरेंद्र भड़ाना, अनिल शर्मा, ठाकुर भानू प्रताप, नीरज गुप्ता, विजय कौशिक, बाल किशन वसिष्ठ आदि सैंकड़ो वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे।***