Haryana News: हरियाणा में 500 छात्राओं की गुमनाम चिट्ठी से हड़कंप, बोली- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की सरकार, शैतान डीन से बचाओ"
Haryana News: हरियाणा में सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी (CDLU) के एक प्रोफेसर पर छात्राओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। CDLU के विभाग यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएशन स्टडी (USGS) की छात्राओं ने इस बारे में एक गुमनाम लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा- "इस विभाग में करीब 500 छात्राएं पढ़ती हैं। डीन ने उनके साथ अश्लील हरकतें कीं और उनका यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की सरकार, शैतान डीन से बचाओ"।
छात्राओं की ओर से लेटर राष्ट्रीय महिला आयोग, हरियाणा सीएम, हरियाणा गवर्नर, CDLU कुलपति के साथ हरियाणा गृहमंत्री को भी भेजा गया है। छात्राओं ने इस पूरे मामले की हाई लेवल जांच कराने की मांग की है।
छात्राओं के लेटर की 6 अहम बातें
1. कई महीने से अकेले में गंदी-अश्लील हरकतें कर रहे
लेटर में छात्राओं ने लिखा- प्रोफेसर कई महीने से हमारे साथ अकेले में गंदी व अश्लील हरकतें करते हैं। वह सभी को अति चरित्रवान व्यक्ति होने का झूठा दिखावा करते हैं जबकि कड़वी सच्चाई कुछ और ही है। हमारी यूनिवर्सिटी के कुलपति उन पर बहुत विश्वास करते हैं।
2. बाथरूम में बुलाकर प्राइवेट पार्ट्स छूता है
हम लड़कियों को अलग-अलग अकेले में अपने ऑफिस के बाथरूम में बुलाया तथा सभी स्टाफ सदस्यों को बाहर निकालकर हमारे प्राइवेट पार्ट्स को छूता है। साथ ही हमारे साथ अश्लील हरकतें करता है। जब हमने इसका विरोध किया तो उसने धमकी देते हुए कहा कि यदि कहीं पर कोई भी शिकायत की तो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा।
3. हमें धमकाया, CCTV फुटेज डिलीट कराईं
प्रोफेसर लड़कियों को धमका रहा है कि तुम्हारे सारे सबूत नष्ट कर दिए और अब तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। हम सभी पीड़ित छात्राएं लंबे समय से मानसिक उत्पीड़न का शिकार हैं तथा इस व्यक्ति ने अपने कार्यालय की CCTV फुटेज में अशील हरकतें डिलीट करवा रखी हैं। पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के किसी रिटायर्ड जज से करवाई जाए और तब तक प्रोफेसर को इस पद से तत्काल हटाया जाए ताकि यह जांच को प्रभावित न कर सके।
4. डीन को हटा हमारी इज्जत बचाएं
हमे विश्वविद्यालय पर कोई भी विश्वास नहीं है। अगर आप हमारी इस पूरे प्रकरण के उत्पीड़न की गाथा से हमें कुछ भी न्याय दिलवाने में समर्थ हैं तो कम से कम इस डीन को हटाकर किसी अन्य को नियुक्त करने से भी हमारी इज्जत और आबरू से मुक्ति मिल जाएगी।
5. जींद की स्कूली लड़कियों की तरह हम भी उत्पीड़ित
हम सब लड़कियां अपना सही नाम व मोबाइल नंबर लिखने में असमर्थ हैं, क्योंकि हमारे परिवार वालों की इज्जत-बेइजती व भविष्य का प्रश्न है। हमे इस समाज में पढ़ाई से अधिक इज्जत व आबरू जरूरी है, जिस प्रकार से हाल ही में प्रदेश के जींद जिले के उचाना कलां गांव के सरकारी स्कूल में लड़कियों के साथ प्रधानाचार्य द्वारा अश्लील हरकत की गई थी, उसी प्रकार से हम पीड़ित छात्राएं भी डीन से उत्पीड़ित हैं।
6. प्रोफेसर धमकी और लालच देता है
प्रोफेसर हम सभी पीड़ित छात्राओं को विश्वविद्यालय से निकालने की धमकी देता है। पेपर के समय नंबर बढ़ाने व प्रैक्टिकल में अच्छे नंबर लगवाने का लालच देता है, क्योंकि यह प्रोफेसर बहुत अधिक राजनीतिक प्रभाव व रसूख वाला है। इसलिए हम सभी ने एक जुट होकर यह गुमनाम लेटर लिखा है।
इस मामले में वाइस चांसलर प्रो. अजमेर सिंह मलिक से बातचीत की गई तो उन्होंने किसी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं प्रोफेसर ने अपना पक्ष रखते हुए सभी आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताया। प्रोफेसर का कहना है कि इस मामले को लेकर कुलपति से मिलकर बात करूंगा। वहीं यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार आरके बंसल ने कहा कि हमें गुमनाम पत्र मिला है। इसकी गंभीरता पूर्वक जांच करवाई जाएगी।