Haryana News: डॉ बेचैन को मिलेगा निर्मला स्मृति हिन्दी साहित्य अंतरराष्ट्रीय गौरव सम्मान 2023
Haryana News: हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा सर्वश्रेष्ठ लेखक एवं पंडित लख्मीचंद सम्मान से विभूषित हरियाणवी भाषा विकास मंच के अध्यक्ष,हरियाणवी कवि/साहित्यकार एंव चिंतक डॉ वी.एम.बेचैन को उनके द्वारा अनुवादित पुस्तक म्हारी गीता म्हारा ज्ञान के लिए निर्मला स्मृति हिन्दी साहित्य अंतरराष्ट्रीय गौरव सम्मान 2023 के लिए चयन किया है। यह सम्मान उनको हरियाणा के चरखी दादरी में स्थित निर्मला स्मृति साहित्यिक संस्था के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। विस्तृत जानकारी देते हुए हरियाणवी भाषा विकास मंच के सचिव डॉ संदीप बापोड़िया ने बताया कि 24 सितंबर 2023 को दादरी में होने वाले हिंदी उत्सव एवं अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह में देश और विदेश भर के साहित्यकारों की उपस्थिति होगी।
सम्मान की घोषणा होने के बाद से डॉ बेचैन को बधाईयां देने वालों तांता लग गया है। उन्होंने बताया कि निर्मला साहित्य समिति द्वारा राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कृतियों के साहित्यकारों को विभिन्न सत्रों के अनुसार सम्मानित किया जाएगा। जिसमें डॉ वीएम बेचैन को अंतरराष्ट्रीय साहित्यकारों की श्रेणी में रखा गया है। जिसमें यूएई दुबई व पंजाब, लखनऊ, मध्यप्रदेश , उत्तर प्रदेश , हरियाणा व जम्मू-कश्मीर इत्यादि स्थानों के साहित्यकार शामिल हैं ।
डॉ संदीप ने बताया कि गौरतलब होगा डॉ वीएम बेचैन चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी में बतौर सांस्कृतिक पर्यवेक्षक कार्यरत हैं। उनको देश भर से अनेकों साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा समय-समय पर विभिन्न सम्मानों से सम्मानित किया जाता रहा है। वर्ष 2021 में हरियाणा साहित्य अकादमी पंचकूला द्वारा हरियाणवी लोक साहित्य सेवा के पंडित लख्मीचंद सम्मान से विभूषित किया गया वहीं अंग्रेजी के विश्व प्रसिद्ध कवियों को हरियाणवी में अनुवादित करने पर 2021 में ही उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर के रूप में दर्ज किया गया था।
इसी तरह 2022 में बिहार के भागलपुर में स्थित विक्रमशिला हिन्दी विधा पीठ द्वारा विधावाचस्पति सम्मान से भी विभूषित किया गया था। डॉ वीएम बेचैन की अब तक हिन्दी उर्दू व हरियाणवी में एक दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। अब तक इन्होंने हिंदी, उर्दू, पंजाबी, संस्कृत और अंग्रेजी के विश्व प्रसिद्ध कवियों लेखकों को हरियाणवी में अनुवादित किया है।
डॉ बेचैन हरियाणवी सिनेमा के लिए बड़े पर्दे की फिल्म बिन तेरे बेचैन का भी निर्माण कर चुके हैं। यह फिल्म दिल्ली में होने वाले 63वें राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड से नामांकित है। पिछले दो दशकों से डॉ वीएम बेचैन हरियाणवी बोली को भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत है। वे समय समय पर राज्य सरकारों से बोली को भाषा का दर्जा दिए जाने के लिए मांग उठाते रहे हैं। हरियाणवी भाषा विकास मंच ने इस अंतराष्ट्रीय गौरव सम्मान के लिए निर्मला स्मृति साहित्यिक समिति का आभार व्यक्त किया है।