हरियाणा पुलिस ने फर्जी विजिलेंस ऑफिसर को किया अरेस्ट, जानिए

हरियाणा की दादरी पुलिस ने फर्जी विजिलेंस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। उसने एक डॉक्टर से 99 हजार रुपये ऐंठे थे। आरोपी का नाम पवन है और वह भिवानी जिले के गांव जताई का रहने वाला है। पुलिस ने उसके पास से 14,100 रुपये बरामद किए हैं जबकि उसके घर पर रखे 84,900 रुपये को भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस प्रवक्ता योगेश कुमार ने बताया कि निमली निवासी नानूराम नाम के एक युवक ने पुलिस को शिकायत दी थी। उसने बताया था कि वो निमली गांव में एक प्राइवेट क्लीनिक पर डॉक्टर है। 18 फरवरी 2025 को दोपहर करीब 2 बजे क्लीनिक पर नीली बत्ती लगी एक गाड़ी आकर रुकी। उसमें से एक व्यक्ति उतरकर उसके पास आया और उसने खुद को कभी विजिलेंस से तो कभी CM उड़नदस्ता में तैनात अधिकारी बताया।
नानूराम ने अपनी शिकायत में ये भी बताया कि उस व्यक्ति ने उसे 6 महीने की सजा कराने की धमकी दी और इससे बचने के लिए एक लाख रुपये की डिमांड की। इसके बाद उसने डरा धमकाकर उसे अपनी नीली बत्ती लगी गाड़ी में बैठा लिया और दादरी के सेंट्रल बैंक ले गया। नानूराम ने गिरफ्तारी के डर से घबराकर उसे 99,000 रुपये दे दिए और इसके बाद आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गया। 11 फरवरी को उस शख्स ने नानूराम को फोन किया और कहा कि इस बात का वह किसी से भी जिक्र न करें। जिसके बाद नानूराम को शक हो गया है और उसने इस मामले की शिकायत पुलिस को दी।
प्रवक्ता योगेश कुमार ने बताया कि 7 अप्रैल 2025 को शहर थाने में तैनात ASI संदीप ने भिवानी के जताई गांव निवासी आरोपी पवन को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने इस वारदात में प्रयोग की गई गाड़ी भिवानी के कीर्ति नगर से बरामद कर ली है। वहीं, आरोपी ने कुछ रकम भी पुलिस को बरामद करवाई और बाकी 84,900 रुपये घर में छिपाकर रखने की बात भी कबूल की। पुलिस ने आरोपी के पास दो मोबाइल फोन और एक मेडिकल सर्टिफिकेट भी बरामद किया है।