कोलकाता केस से लिया हरियाणा ने सबक, मेडिकल कॉलेज में बढ़ी सुरक्षा
k9 media
कोलकाता मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म मामले से हरियाणा सरकार ने भी सबक लिया है। सरकार ने राज्य के सभी सरकारी और गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों से सुरक्षा, सीसीटीवी और ट्रांसपोर्ट रिपोर्ट तलब कर ली है| इस संबंध में हरियाणा के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के निर्देशों में कहा गया है कि यह रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर मुख्यालय भेजनी होगी।मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च डिपार्टमेंट की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ सुमिता मिश्रा की और से जारी किए गए, आदेश में कहा गया है कि मेडिकल कॉलेजों में अध्ययन करने वाले डॉक्टरों, छात्रों और नर्सों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
हरियाणा में महिला अपराध की स्थिति
पिछले साल की तुलना में इस साल हरियाणा में आपराधिक मामलों में लगातार गिरावट आई है। यह हरियाणा पुलिस का कहना है| पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, 31 जुलाई तक महिलाओं के खिलाफ अपराध में 14.50% गिरावट दर्ज की गई है| इस साल 31 जुलाई तक एससी/एसटी एक्ट के तहत 52.94 फीसदी मामले, महिलाओं के खिलाफ अपराध और बलात्कार के 14.50 फीसदी मामले, दहेज हत्या के 19.51 फीसदी मामले, छेड़छाड़ के 29.57 फीसदी मामले, लूटपाट के 29.72 फीसदी मामले, डकैती के 9.96 प्रतिशत, जबरन वसूली तथा ब्लैकमेल के मामलों में 21.45 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गई है हत्या, पॉक्सो एक्ट, वाहन चोरी और अपहरण के मामले भी कम हुए हैं।
हरियाणा में मेडिकल कॉलेज की संख्या
हरियाणा में छह सरकारी मेडिकल कॉलेज और पांच निजी मेडिकल कॉलेज हैं। जहां पिछले 9 वर्षों में एमबीबीएस सीटों की संख्या 700 से बढ़कर 2,185 हो गई है, वहीं पीजी (मास्टर) सीटों की संख्या 289 से बढ़कर 851 हो गई है। राज्य में मेडिकल, डेंटल, होम्योपैथिक और नर्सिंग कॉलेजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के लक्ष्य के साथ, राज्य में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। इनमें से नौ मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यकाल के दौरान खोले गए थे।